Swami Swaroopanand Saraswati ने काशी में रखी अयोध्या राम मंदिर निर्माण की नींव, जारी किया मंदिर का नक्शा
वाराणसी: इन दिनों काशी में ज्योतिष एवं द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य Swami Swaroopanand Saraswati है। अयोध्या श्री रामजन्मभूमि रामाग्रह यात्रा और शिलान्यास का कार्यक्रम जम्मू के पुलवामा में हुए हमले के बाद देश की बदली परिस्थितियों को देखते हुए स्थगित कर दिया गया था। वहीं काशी में अयोध्या राम मंदिर निर्माण की नींव गुरुवार को Swami Swaroopanand Saraswati द्वारा रखी गई।
जनता के सामने प्रस्तुत किया राम मंदिर निर्माण का नक्शा
हम आपको बता दे कि गुरुवार को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए Swami Swaroopanand Saraswati ने वाराणसी में नींव रखी। इस दौरान उनके द्वारा जनता के सामने राम मंदिर के निर्माण का नक्शा भी प्रस्तुत किया गया। गुरुवार को Swami Swaroopanand Saraswati ने अयोध्या में होने वाले राम मंदिर निर्माण के संकल्प के अनुसार विद्या मठ में नंदा सहित जया, भद्रा व पूर्णा नामक चांदी की ईंटें रखी।
67 एकड़ में होगा अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण
वहीं इन चारों ईंटों को Swami Swaroopanand Saraswati द्वारा मंदिर निर्माण की नींव बताया गया। ज्ञात करावा दें कि Swami Swaroopanand Saraswati के शिष्य गिरीश चंद्र तिवारी ये चांदी की ईंटें लेकर आए हुए थे। वहीं दूसरी तरफ उनके शिष्य गोविंदा नंद महाराज ने अयोध्या में चांदी की ईंटें रखकर पूजा पाठ किया। वहीं Swami Swaroopanand Saraswati ने यह भी बताया कि अयोध्या में 67 एकड़ में राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा। Swami Swaroopanand Saraswati ने कहा कि मंदिर का निर्माण वहीं होगा क्योंकि जो विवादित स्थल है वही परम आराध्य की जन्मस्थली है। उनके द्वारा यह भी कहा गया है कि किसी महापुरुष का पुतला नहीं बनाना है हमें हमारे प्रभु राम का मंदिर बनाना है।
पुलवामा घटना की वजह से कार्यक्रम किया स्थगित
बता दें कि इससे पूर्व जगद्गुरु Swami Swaroopanand Saraswati का स्वास्थ्य ठीक न होने के बाद भी उन्होंने अपने फैसले पर अडिग रहते हुए पहले से सुनिश्चित कार्यक्रम के अनुसार अयोध्या में 21 फरवरी को ही इष्टिका (ईंट) शिलापूजन करने के लिए 17 फरवरी को रामाग्रह यात्रा पर निकलने की घोषणा की थी। वहीं श्रीराम जन्मभूमि रामाग्रह यात्रा के संयोजक स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बताया था कि Swami Swaroopanand Saraswati ने पुलवामा घटना व उसके बाद देश की परिस्थितियों को टीवी पर देखते हुए कार्यक्रम स्थगित कर दिया था।
14 फरवरी को बिगड़ी थी स्वामी जी की तबियत
इससे पूर्व Swami Swaroopanand Saraswati की तबियत 14 फरवरी को भी बिगड़ गई थी। उनको बीएचयू सर सुंदरलाल अस्पताल की इमरजेंसी में प्रयागराज कुंभ मेले में सांस लेने में तकलीफ होने के बाद लाया गया था। जिसके बाद से ही वाराणसी के विद्या मठ में Swami Swaroopanand Saraswati रूके हुए है।