कोरोना वायरस को लेकर पीएम ने जनता से दुबारा की अपील 

कोरोना वायरस को लेकर पीएम ने जनता से दुबारा की अपील 

देश की जनता को दुबारा संबोधित करते हुए देश के प्रधानमंत्री ने कहा कि जनता कर्फ़्यू को सभी भारतवासी ने सफल बनाया। उन्होंने कहा कि जनता कर्फ्यू के लिए देश के लोग प्रशंसा के पात्र है।

उन्होंने बताया कि समाचारों के माध्यम से हम कोरोना की जानकारी ले रहे है। कोरोना वायरस से दुनिया भर के  देश के बड़े से बड़े देश प्रभावित है और उनकी तमाम तैयारियां और चुनौती बढ़ती जा रही है। 

मेडिकल एक्सपर्ट भी कह रहे है कि कोरोना से बचाव का एक मात्र उपाय है एक दूसरे से दूर रहना और अपने घर मे बन्द रहना। इससे बचाव का कोई दुसरा तरीका नही है। 

कोरोना को फैलने से रोकने के लिए संक्रमण के बढ़ने वाले साइकिल को तोड़ना ही होगा। कुछ लोग सोचते है कि सोशल डिस्टेंसिंग सबके लिए है और खुद प्रधानमंत्री के लिए भी है और ये संक्रमण से बचने का सबसे बेहतरीन उपाय है।

कुछ लोगों की लापरवाही आपके परिवार को और आगे चलके पूरे देश को प्रभावित करेगा और इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी होगी। 

पिछले कुछ दिनों से देश के बहुत से जगहों को लॉक्ड डाउन कर दिया गया है। देश आज एक महत्वपूर्ण निर्णय करने जा रहा है। आज रात 12 बजे से 21 दिनों के लिए पूरे देश मे सम्पूर्ण लॉक्ड डाउन किया जा रहा है।

देश के हर राज्य को, हर जिले, कस्बे और मुहल्ले को लॉक्ड डाउन किया जा रहा है। यह जनता कर्फ्यू से भी ज्याफ सख्त निर्णायक लड़ाई के लिए बहुत आवश्यक कदम है लेकिन एक-एक भारतीय के जीवन को बचाना सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है और मैं हाथ जोड़कर प्रार्थना है। 

अभी के हालात को देखते हुए जनता कर्फ्यू 3 सप्ताह का होगा। आने वाले 21 दिन हर परिवार के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार 21 दिन का समय महत्वपूर्ण है। अगर 21 दिन नही संभले तो कई परिवार हमेशा के लिए तबाह हो जायेगे। 

पीएम ने कहा कि बाहर निकलना क्या होता है ये भूल जाइए। आज के फैसले ने देश व्यापी लॉक्ड डाउन ने एक लक्ष्मण रेखा खींच दी है। आपका एक कदम कोरोन को आपके घर मे ले सकता है।

कोरोना से स्वस्थ व्यक्ति संक्रमित है उसका पता ही नही चलता। वैसे जो लोग घर मे है वो इस बात को बता रहे है। 

उन्होंने कहा कि एक बैनर जो मुझे भी पसंद आया कि कोरोना यानी कोई रॉड पर न निकले। एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि कोरोना वायरस के लक्षण दिखने में कई दिन लगते है, उस दौरान वो कई लोगो को संक्रमित कर सकता है। 

डब्ल्यूएचयू की रिपोर्ट के अनुसार एक व्यक्ति सैकडों लोगो को प्रभावित कर सकता है। दुनिया मे कोरोना से संक्रमित लोगो की संख्या पहले 1 लाख तक पहुचने में 67 दिन और सिर्फ 11 दिन में 2 लाख और 4 दिन में 3 लाख हो गए। 

आप अंदाजा लगा सकते है कि कोरोना वायरस कितनी तेजी से फैलता है और यह बहुत तेजी से फैल रहा है। यही वजह है कि चीन, ईरान और इटली जैसे कई देश मे ये महामारी बहुत तेजी से फैली है । इन देशों की स्वास्थ्य सेवा पूरी दुनिया मे बेहतरीन है उसके बावजूद कोई इसको फैलने से रोक नही पाया। 

रोकथाम के लिए शतप्रतिशत लोगों ने सरकारों के निर्देशों का पालन किया और हमारे सामने सिर्फ यही एक मार्ग है। हमें घर से बाहर नही निकलना है चाहे जो भी हो जाय घर मे ही रहना है। 

पीएम से लेकर देश के सभी नागरिक तभी बच सकते है जब घर से बाहर न निकले। हमें इसके फैलने की चेन को तोड़ना है। भारत इस स्टेज पर है जहाँ हम ये तय कर सकते है कि हम उसको कितना नियंत्रित कर सकते है। 

पीएम ने जान है यो जहान है का देकर लोगों को समझाने का प्रयास किया क्योंकि धैर्य और अनुसासन की एक मात्र उपाय है। जब तक लॉक्ड डाउन है तब तक हमे अपने वचन को निभाना है। हमे घरों में रह कर उनके बारे में सोचना है जो खतरे में रहकर दूसरों की मदद कर रहे है।

अस्पताल प्रशासन के लोगो के बारे मे सोचिये जो काम कर रहे है। जिनके कारण इस वायरस का नामो निशान न रहे। मीडिया कर्मियों के बारे में सोचिये जो संक्रमण का खतरा उठाते हुए जागरूक कर रहे है और कई बार कुछ लोगो का गुस्सा भी झेल रहे है।

कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के बीच देश भर की सरकारें तेजी से कम कर रही है। आवश्यक चीजों की सप्लाई बने रहे इसके लिए काम कर रही है। केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ निरन्तर जुटी हुई है। जीवन जीने के लिए जो जरूरी है उसके लिए सारे प्रयासों के साथ उसे सर्वोच्च्य प्राथमिकता देनी होगी।

केंद्र सरकार ने 15 हजार करोड़ का प्रावधान किया है, जिसमे आईसीयू बेड, आइसोलेशन वार्ड के अलावा मेडिकल सुविधायें शामिल है। साथ ही मेडिकल और पैरा मेडिकल मौजूद है। सभी राज्यों की प्राथमिकता सिर्फ मेडिकल ही होनी चाहिए।

ये भी ध्यान रखिये कि जाने अनजाने अफवाहे भी जोर पकड़ रही है और किसी भी प्रकार की अफवाह से बचे।

केंद्र सरकार और मेडिकल के सलाह का पालन करें। किसी तरह का खिलवाड़ आपके जीवन को खतरे में डाल सकता है।

21 दिन का लॉक्ड डाउन लम्बा समय है लेकिन आपके जीवन की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण रास्ता है और सभी इस मुश्किल घड़ी में बाहर निकलेंगे। हम सभी इन बन्धनों को स्वीकार करें। 

न्यूज़ बकेट पत्रकारिता कर रहे छात्रों का एक छोटा सा समूह है, जो नियमित मनोरंजन गपशप के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, इसके अलावा विभिन्न त्योहारों और अनुष्ठानों में शामिल सौंदर्य, ज्ञान और अनुग्रह के ज्ञान का प्रसार करते हुए भारतीय समाज के लिए मूल्य का प्रसार करते हैं। 

Vikas Srivastava

Related articles