सोमवती अमावस्या पर लगी आस्था की डुबकी
वाराणसी। सोमवती अमावस्या पर गंगा में लोगों ने लगायी आस्था की डुबकी।
आज सुबह से ही गंगा घाटों पर लोगों का हुजूम देखने को मिला। दूर दूर से पहुंचे सैलानियों ने गंगा में पुण्य की डुबकी लगायी।
सोमवती अमावस्या मार्गशीर्ष महीने में पड़ने वाली अमावस्या को कहते है और सोमवार को होने वाली यह अमावस्या अत्यंत फलदायी मानी जाती है।
आज के दिन लोग जहां एक ओर गंगा में आस्था की डुबकी लगाते है वहीं महिलायें पीपल के पेड़ का पूजन करती है।
मान्यता है कि महाभारत काल में युधिष्ठिर ने अपने सभी पितरों को खो दिया था, जिसके बाद उन्होंने सोमवती अमावस्या पर पिंडदान श्राद्ध कर्म कर उन्हें मोक्ष दिलाने की कोशिश की थी।
एक और मान्यता के अनुसार जब द्वापर युग में सोमवार को अमावस्या नहीं पड़ी तब युधिष्ठिर ने इसे श्राप दिया कि कलयुग में तुम हर बार सोमवार को ही पड़ोगी।
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