जानिए मनुष्य के शरीर में कितने चरणों में फैलता है कोरोना वायरस, लक्षण और इलाज 

जानिए मनुष्य के शरीर में कितने चरणों में फैलता है कोरोना वायरस, लक्षण और इलाज 

कोरोना जैसे खतरनाक वायरस के मानव शरीर में प्रवेश और प्रभावित करने को लेकर दुनिया भर के वैज्ञानिक शोध कर रहे है।

लगातार हो रही रिसर्च से वैज्ञानिक ये पता लगाने की कोशिश कर रहे है कि आखिर ये वायरस मानव शरीर को कैसे नुकसान पहुंचाता है। 

इटली में रिसर्च के बाद वैज्ञानिकों ने यह दावा किया है कि किसी भी मनुष्य के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद इस वायरस का असर तीन चरणों में दिखायी देता है।

रिसर्च में ये बात सामने आयी कि यह वायरस हर चरण में अपने लक्षण बदलता है। 

इटली के फ्लोरेंस यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार कोरोना पॉजिटिव मनुष्य के शरीर में यह वायरस अलग अलग चरणों में अलग अलग लक्षण के साथ प्रभावकारी होता है। 

शोधकर्ताओं ने दुनियाभर चिकित्सकों को हर चरण के अनुसार ही इलाज करने की जरूरत बताई है। 

फिजियोलॉजी रिव्यू जर्नल में प्रकाशित शोध में ये बताया गया कि कोरोना अपने हर चरण में शरीर की अंदरूनी प्रक्रियाओं का संबंध बदलता है। शुरुवाती दौर या चरण में कोरोना के हल्के लक्षण फ्लू जैसे होते है।

इस स्टेज में कोरोना मानव शरीर में अपनी संख्या को बढ़ता है। कोरोना के दूसरे चरण को पल्मोनरी स्टेज कहा जाता है। 

इस स्टेज में यह वाइरस मानव के रोग प्रतिरोधक क्षमता पर असर दिखाता है। इसमें सांस से जुडी शिकायत जैसे खांसी, सांस लेने में तकलीफ और शरीर में ऑक्सीजन के स्तर की कमी होने की शिकायत होने लगती है। 

वैसे कुछ मामलों में खून के थक्के बनने शुरू हो जाते है। आपको बता दें कि किसी भी स्टेज में खून के थक्के जमना खतरनाक साबित हो सकता है। 

कोरोना के तीसरे चरण को हायर इन्फ्लामेट्री कहते है। इस स्टेज में मानव शरीर में रोग से लड़ने की क्षमता या ये कहे कि मनुष्य की इम्यून सिस्टम ही दिल, किडनी और अन्य अंगो को बेकार करने लगता है।

इस स्थिति को साइटोकाइन स्टॉर्म कहते है। इस स्थिति में मानव के शरीर खुद की कोशिकायें को नुकसान पहुंचाने लगता है। 

न्यूज़ बकेट पत्रकारिता कर रहे छात्रों का एक छोटा सा समूह है, जो नियमित मनोरंजन गपशप के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, इसके अलावा विभिन्न त्योहारों और अनुष्ठानों में शामिल सौंदर्य, ज्ञान और अनुग्रह के ज्ञान का प्रसार करते हुए भारतीय समाज के लिए मूल्य का प्रसार करते हैं। 

Vikas Srivastava

Related articles