निजीकरण का फैसला टलने के बाद अब सरकारी विभागों से होगी बिजली बिल की वसूली
वाराणसी। बिजली विभाग के निजीकरण को लेकर पूरे प्रदेश में बिजली कर्मचारियों का आक्रोश देखा गया। सरकार ने बिजली विभाग के घाटे की बात करते हुए निजीकरण का फैसला लिया था।
मगर बात अगर बिजली के बकाये की करें तो सरकारी विभाग ही बिजली विभाग के घाटे की सबसे बड़ी वजह है।
मात्र वाराणसी में ही सरकारी विभाग का बकाया बिजली का बिल 650 करोड़ से अधिक का है।
वाराणसी का विद्युत निगम अब सरकारी विभागों से ही वसूली करने की तैयारी में है।
आइये जानते है कि किस विभाग का कितना है बकाया
पूर्वांचल विद्युत निगम का हेड ऑफिस वाराणसी में है और बिजली विभाग के अधिकारियों के अनुसार कुल 650 करोड़ के बकाये में कई विभाग शामिल है जिनमें ये विभाग शामिल है…
1. वाराणसी जलकल का 515 करोड़ का बकाया।
2. वाराणसी गंगा प्रदूषण इकाई का 24 करोड़ बकाया।
3. वाराणसी प्राथमिक शिक्षा विभाग का 7 करोड़ 42 लाख का बकाया।
4. वाराणसी पुलिस विभाग का 6 करोड़ 16 लाख का बकाया।
5. जिला प्रशासन का 1 करोड़ 47 लाख का बकाया।
6. नगर विकास का 1 करोड़ 72 लाख का बकाया।
इसी प्रकार वाराणसी में कई विभागों से कई करोड़ रूपये का बिजली बिल का बकाया है।
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