नवरात्रि में आठवें दिन माता महागौरी का दर्शन कर भक्त हुए निहाल, काशी में अन्नपूर्णा रूप में विराजती है माता 

नवरात्रि में आठवें दिन माता महागौरी का दर्शन कर भक्त हुए निहाल, काशी में अन्नपूर्णा रूप में विराजती है माता 

वाराणसी। नवरात्रि के आठवें दिन माता महागौरी में पूजन का विधान है। महागौरी की पूजा को अत्यंत कल्याणकारी और मंगलकारी माना जाता है।

मान्यता है कि अगर कोई सच्चे मन से मां महागौरी की पूजा-अर्चना करता है, तो उसके सारे पाप नष्ट हो जाते हैं और भक्तों को अलौकिक शक्तियां प्राप्त होती हैं।

अष्टमी के दिन माता गौरी के पूजा के पश्चात कन्या पूजन किया जाता है, जहां नौ कन्याओं को बुलाकर इन्हें माता रानी का नव स्वरूप मानते हुए पूजा की जाती है। 

काशी के ज्योतिषाचार्य पवन त्रिपाठी ने बताया कि वाराणसी में अष्टमी महागौरी की पूजा माता अन्नपूर्णा के रूप में की जाती है।

यहां मां का मंदिर वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के समीप ही स्थित है। मां की कृपा से कोई भूखा नहीं सोता। 

कहा जाता है कि माता के दर्शन-पूजन से भक्त कभी दरिद्र नहीं होते हैं और मां की कृपा उन पर हमेशा बनी रहती है।

यही वजह है कि मां की असीम अनुकंपा के चलते काशी में कोई भी भक्त भूखा नहीं सोता है। 


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Vikas Srivastava

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