कोरोना के इलाज के लिए शुरू हुआ प्लाज्मा बैंक, जानिए कौन कर सकता है दान 

कोरोना के इलाज के लिए शुरू हुआ प्लाज्मा बैंक, जानिए कौन कर सकता है दान 

देशभर में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है ऐसे में दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए देश के पहले प्लाज्मा बैंक की शुरुवात की है। यह प्लाज्मा बैंक दिल्ली के यकृत एवं पित्त विज्ञान संस्थान (आईएलबीएस) के परिसर में स्थापित किया गया है। 

दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार कोविड-19 से ठीक हुए लोग प्लाज्मा दान कर सकते है जिनमें 14 दिन तक कोई लक्षण नहीं दिखाई देते। 18 से 60 साल की उम्र तक के लोग ही प्लाज्मा दान कर सकते है। 

दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्लाज्मा बैंक का दौरा किया साथ ही प्लाज्मा दान करने वालों से बात की। दिल्ली में पहले दिन ही कई लोग प्लाज्मा दान करने पहुंचे। इनमें आईएलबीएस के उन कर्मचारियों ने भी प्लाज्मा दान किया जो कोरोना से ठीक हो चुके है।  
 
दिल्ली में स्थापित पहला प्लाज्मा बैंक सुबह 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक खुला रहेगा। कोविड-19 के रोगियों के लिए प्रोटोकॉल और स्क्रीनिंग के दिशा निर्देशों पर विशेषज्ञों द्वारा चर्चा की गयी। 

दरअसल दिल्ली में कोरोना बढ़ते मरीजों की संख्या और कोरोना मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा दान करने से पहले दाताओं की स्क्रीनिंग और काउंसलिंग की जाती है। प्लाज्मा दाताओं को प्लाज्मा दान करने में 2 से 3 घंटे का समय लगता है। 

इस प्रक्रिया की खास बात ये है कि प्लाज्मा दाताओं को एचआईवी, सिफलिस और हेपेटाइटिस बी या सी जैसी बीमारी नहीं होनी चाहिए ऐसे लोग अपना प्लाज्मा दान नहीं कर सकते।
 
प्रोटोकॉल के अनुसार प्लाज्मा दान करने वाले दाता का वजन कम से कम 50 किलों होना चाहिए। कैंसर से ठीक हो चुके और गुर्दे, हृदय, फेफड़े या यकृत के रोगी भी अपना प्लाज्मा दान नहीं कर सकते। 

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Vikas Srivastava

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