कोरोना की दूसरी लहर से बचाव के लिए हो जाये तैयार 

कोरोना की दूसरी लहर से बचाव के लिए हो जाये तैयार 

दुनिया भर में फैलें कोरोना महामारी ने लोगों को अपने ही घरों में कैद कर दिया। इस महामारी की वजह से लगे लॉक डाउन ने लोगों को सुरक्षा के नए नए रास्ते दिखाए जिनमे मास्क, हैंड ग्लब्स और सेनेटाइजर के बारे में विस्तृत तरीके से जानने मौका मिला।

कोरोना वायरस के बचाव में अभी तक कोई सटीक वैक्सीन न होने के कारण इन्हीं उपकरणों ने कोरोना के खिलाफ जंग में मोर्चा संभाला हुआ है। अब तो दुनिया के ज्यादातर देशों ने मास्क को अनिवार्य कर दिया है।

बता दें कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। कोरोना अपने दूसरी लहर के साथ फिर से प्रभावी हो सकता है। ब्रिटेन के कैंब्रिज और ग्रीनविच विश्वविद्यालय में हुए संयुक्त शोध में ये खुलासा किया गया कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए सिर्फ लॉक डाउन करना पर्याप्त नहीं है।

शोध में वैज्ञानिकों ने ये दावा किया है कि लॉक डाउन में ज्यादातर लोग मास्क पहन कर ही  निकलें। वैज्ञानिकों ने दुनिया को मास्क की आदत के साथ जीने की सलाह दी है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए ज्यादा से ज्यादा मास्क के इस्तेमाल की सलाह दी है। कैंब्रिज विश्वविद्यालय के रिचर्ड स्टट ने कहा है कि मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लॉक डाउन के नियमों का पालन कर ही कोरोना के प्रसार को रोका जा सकता है। इस शोध को वैज्ञानिक जर्नल ‘प्रोसीडिंग्स ऑफ रॉयल सोसायटी ए’ में प्रकाशित किया गया है।

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Vikas Srivastava

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