बड़ी खबर: आखिरकार मिल ही गई कोरोनावायरस की कमजोरी है, जल्दी खत्म हो सकता है कोरोनावायरस!

बड़ी खबर: आखिरकार मिल ही गई कोरोनावायरस की कमजोरी है, जल्दी खत्म हो सकता है कोरोनावायरस!

चीन के वुहान शहर से फैलने वाले कोरोनावायरस ने पूरी दुनिया में आतंक मचा रखा है। पूरी दुनिया में कोरोना के मरीजों की संख्या एक करोड़ को पार चुकी है और मरने वालों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है। 

ऐसे में वैज्ञानिकों ने कोरोनावायरस की कमजोरी खोजने में बड़ी सफलता प्राप्त की है। इससे न सिर्फ इस वायरस को खत्म किया जा सकता है बल्कि वायरस के लिए नई वैक्सीन बनाने में भी मदद मिल सकती है। 

वैज्ञानिकों ने कोरोना के जीनोम में संभावित लक्ष्यों की पहचान की है, जिन पर काम कर उन्हें साधा जा सकता है। अभी तक इन कमजोर बिंदुओं की पहचान नहीं हो पा रही थी, जिसके कारण कोरोनावायरस अनियंत्रित तरीके से फैलता ही जा रहा था। 

आपको जानकारी के लिए बता दें कि न्यूजीलैंड की ओटागो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने कोरोनावायरस का कारण बनने वाले सार्सकोवी -2 के जीनोम में कमजोर बिंदुओं को लक्ष्य किया है, जिससे इस घातक वायरस को खत्म किया जा सकता है। 

इंटरनेशनल जनरल ऑफ मॉलिक्यूलर साइंसेज में प्रकाशित अध्ययन में बताया गया है कि वायरल जीनोम में जिन लक्ष्यों की पहचान की गई है वह इसके एमआईआरएनए के जरिए हुई है। 

इसका यह आरएनए न्यूक्लिक एसिड आधारित इम्यून सिस्टम होता है। जो शरीर की कोशिकाओं के भीतर कार्यरत रहता है। 

वैज्ञानिकों ने यह दावा किया है कि एमआईआरएनए कोशिकाओं के अंदर जीन की गतिविधियों की रोकथाम के लिए आवश्यक है और इसके सहारे इस वायरस को खत्म किया जा सकता है। या यूं कहें कि इस वायरस को खत्म करने में अहम भूमिका निभा सकता है। 

ओटागो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता एलेक्स मैकलेलान ने कहा कि हमारा अध्ययन यही कहता है कि यदि इन लक्ष्यों पर नजर रखें तो आने वाले समय में इसके परिणाम सकारात्मक दिखेंगे।

शोधकर्ताओं का मानना है कि इस लक्ष्य के सहारे कोरोनावायरस को कमजोर किया जा सकता है, सिर्फ इतना ही नहीं इस नई खोज के जरिए कोरोना की वैक्सीन बनाने में भी मदद मिल सकती है। 


Click Here To Download – Magazine(PDF): News Bucket Magazine

Join Our WhatsApp Group: Click Here

न्यूज़ बकेट हिंदी मासिक पत्रिका एवं यूट्यूब पर विज्ञापन और अपने पते पर मैगज़ीन प्राप्त करने के लिए 9807505429, 8924881010, 9839515068 पर संपर्क करें।

Vikas Srivastava

Related articles