भारत में बनी दवा का 20 कोरोना संक्रमितों पर दिखा सकारात्मक परिणाम

भारत में बनी दवा का 20 कोरोना संक्रमितों पर दिखा सकारात्मक परिणाम

कोरोना महामारी की वैक्सीन बनाने के लिए पूरी दुनिया युद्ध स्तर पर कार्यरत है। कुछ देश ने तो कोविड-19 की वैक्सीन बनाने का दावा भी किया है मगर इन सब के बीच अभी उन वैक्सीनों के मनुष्यों पर सफल परीक्षण की खबरों की पुष्टि नहीं हुयी है।

कोरोना के संकटकाल में भारत के इटावा स्थित सैफई चिकित्सा विश्वविद्यालय ने आयुर्वेदिक दवा राज निर्वाण बूटी तैयार की है जिसका परिणाम कोरोना संक्रमित मरीजों सकारात्मक देखने को मिला है।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ राजकुमार ने इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में भर्ती 20 कोरोना मरीजों पर इस बूटी के सकारात्मक परिणाम देखने को मिले है।

दवा के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि इस बूटी को 12 आयुर्वेदिक मिश्रणों से तैयार किया गया है और मरीजों पर आये इन परिणामों पर पायलट स्टडी भी की जा रही है। कोरोना मरीजों पर रिसर्च पर आधारित प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए इस दवा का प्रयोग किया गया है।

देश में कोरोना के मामले आने के साथ ही इन दवाओं पर रिसर्च शुरू कर दी गयी थी। डॉ राजकुमार के अनुसार सबसे पहले यह देखा गया कि कोरोना के कारण शरीर का कौन कौन सा हिस्सा प्रभावित होता, जिससे मरीज की मृत्यु होती है। इसके बाद उन दवाओं को अलग किया गया जो इन लक्षणों में कारगर है।

इस दवा के अध्ययन में रिसर्च के लिए विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्यों की मदद ली गयी है। इसके बाद विश्वविद्यालय में भर्ती 103 मरीजों में से 20 मरीजों का चयन किया गया जिनमे कोरोना के अधिक लक्षण थे।

इथिकल क्लियरेंस के बाद इन मरीजों पर रिसर्च क्लिनिकल ट्रायल डाक्यूमेंट्री प्रूफ के साथ इस दवा का उपयोग शुरू किया गया जिसके परिणाम स्वरूप पांच से सात दिन के भीतर ये मरीज ठीक होने लगे।

इस दवा की 125 मिली ग्राम की मात्रा, पांच मिली ग्राम शहद के साथ दी जाती है। यदि बाकी मरीजों पर भी इसके परिणाम सफल हुए तो भारत में बनी इस बूटी को कोरोना को सफल ट्रीटमेंट मान लिया जायेगा।

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Vikas Srivastava

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