101 हथियारों के आयात पर रोक से भारत बनेगा आत्मनिर्भर, रक्षामंत्री की पहल का मिलेगा लाभ  

101 हथियारों के आयात पर रोक से भारत बनेगा आत्मनिर्भर, रक्षामंत्री की पहल का मिलेगा लाभ  

देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 101 सैन्य उपकरण की आयात पर रोक लगाकर भारतीयों का सीना चौड़ा कर दिया है। अब भारत में ही बने हथियार भारत की रक्षा में काम आएंगे।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ा ऐलान करते हुए हथियारों के आयात पर पाबंदी लगाने का फैसला लिया है। 

अलग-अलग श्रेणियों के हथियारों और उपकरणों के आयात पर लगी रोक चरणबद्ध तरीके से अगले 4 साल में लागू हो जाएगी।

इसका पालन करते हुए भारत में बनने वाले पूर्व मिसाइल से लेकर हल्के युद्धक हेलीकॉप्टर, असाल्ट राइफल, आर्टिलरी गन से लेकर ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट तक का निर्माण देश में ही किया जाएगा। 

रक्षा मंत्री ने कहा की रक्षा उपकरणों के आयात पर रोक लगने से देश में रक्षा उत्पादन के साथ आत्मनिर्भर भारत अभियान को बढ़ावा मिलेगा।

हथियारों की आपूर्ति के लिए विदेशी निर्भरता घटाने की दिशा में सरकार का यह अब तक का सबसे बड़ा फैसला माना जा रहा है। इस फैसले के बाद अगले 6-7 वर्षों में घरेलू रक्षा कंपनियों को 4 लाख करोड़ से अधिक के रक्षा खरीद के आर्डर मिलेंगे। 

आइए जानते हैं वो कौन-कौन से हथियार हैं जिन के आयात पर रोक लगाई गई है

इनमें सबसे पहले आर्टिलरी गन, जमीन से हवा मैं मार करने वाली छोटी दूरी की मिसाइल, नौसेना की क्रूज मिसाइल, दृश्य सीमा के पार तक हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल, एंटी सबमरीन रॉकेट लॉन्चर, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम, बैलिस्टिक हेलमेट, बुलेट प्रूफ जैकेट, बेसिक ट्रेनर एयरक्राफ्ट, ट्रांसपोर्ट विमान, हल्के रॉकेट लॉन्चर, मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर मिसाइल, रडार, डिस्ट्रॉयर हल्की मशीन गन समेत अन्य कई सैन्य उपकरण व हथियार शामिल है। 

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Vikas Srivastava

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