वाराणसी: नर्सिंग होम में छात्रों ने मचाया उत्पात डॉक्टरों के साथ की मारपीट
वाराणसी: सोमवार को यूपी कॉलेज के छात्रों द्वारा अर्दली बाजार स्थित सुधा नर्सिंगहोम में जमकर तोड़फोड़ सहित हंगामा भी किया गया। आरोप है कि एक मरीज जो की नर्सिंगहोम में भर्ती था उसको जबरदस्ती डिस्चार्ज कराने के साथ ही भुगतान माफ करवाएं जाने के लिए भी दबाव बनाया जा रहा था। जब उनके द्वारा कही गई बात को नहीं माना गया तो उन्होंने न ही सिर्फ लड़ाई – झगड़ा किया बल्कि साथ ही नर्सिंगहोम में तोड़फोड़ भी कर डाली। जिस वजह से तकरीबन आधे घंटे तक शोर – गुल का माहौल व्याप्त रहा।
क्राइम ब्रांच ने दो छात्रनेताओं को किया चिन्हित
जानकारी मिलने के साथ ही जब तक पुलिस मौके पर पहुँचती तब तक सब वहां से रफूचक्कर हो गए। वहीं यूपी कॉलेज के दो छात्रनेताओं को क्राइम ब्रांच ने नर्सिंगहोम के सीसी कैमरे की फुटेज से चिह्नित कर लिया है। नर्सिंगहोम संचालक डॉ.केके सिंह की तहरीर पर कैंट थाने में गंभीर आपराधिक धाराओं में यूपी कॉलेज के छात्रनेता प्रशांत पांडेय उर्फ बाघा और शिवम सिंह सहित 50 अज्ञात के विरुद्ध भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
सोमवार को मीरा को किया जाना था डिस्चार्ज
हम आपको बताते चले कि कैमूर (बिहार) की मीरा सिंह को चार अक्तूबर को सुधा नर्सिंगहोम में भर्ती करवाया गया था। मीरा को रविवार को होने वाले ऑपरेशन के बाद सोमवार को डिस्चार्ज किया जाना था। इसी दौरान आरोप है कि नर्सिंगहोम में यूपी कॉलेज के छात्रनेता छात्रों के साथ जा पहुंचे एवं उपचार के दौरान हुए खर्च का पूरा बिल माफ करने को कहा।
छात्र धमकाते हुए निकले बहार
जिस पर डॉक्टरों द्वारा कहा गया कि सारा बिल तो माफ नहीं किया जा सकता है पर कुछ छूट आवश्य ही दी जा सकती है। जिस पर छात्र धमकाते हुए बहार निकल गए। इन सबके थोड़ी ही देरी के बाद 50-60 की संख्या में छात्र वहां फिर से जा पहुंचे और तोड़फोड़ शुरू कर दी। फिर मरीज को एवं उसके कागजात को लेकर उपद्रवी छात्र वहां से नौ दो ग्यारह हो गए। वहीं डॉक्टरों सहित पैरामेडिकल स्टाफ और मरीज भी छात्रों का उपद्रव देख नर्सिंगहोम के बाहर जा निकले थे।
फोर्स सहित घटनास्थल पर जा पहुंचे इंस्पेक्टर
खबर मिलते ही एसपी क्राइम ज्ञानेंद्र नाथ प्रसाद सहित विक्रम सिंह जो कि क्राइम ब्रांच प्रभारी है और कैंट इंस्पेक्टर राजीव रंजन उपाध्याय अपनी फोर्स सहित घटनास्थल पर जा पहुंचे। इन सबके बाद जाकर कहीं माहौल सामान्य हुआ। डॉक्टर केके सिंह ने बताया है कि पहले भी यह छात्र पैसा मांग चुके हैं। एक मरीज के इलाज में आए खर्च को माफ करने का लेकर आज फिर दबाव बनाया जा रहा था। जैसे ही डिस्काउंट करने की बात हुई तो मारपीट सहित तोड़फोड़ भी की गई।
आरोपियों के विरुद्ध की गई सख्त कार्यवाई
आईएमए की सचिव डॉ.मनीषा सिंह सहित कई पदाधिकारी भी नर्सिंगहोम में तोड़फोड़ की सूचना पाकर जा पहुंचे एवं मामले की निंदा के साथ ही आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाई भी की गई। दो दिन पूर्व ही डॉ.मनीषा ने बताया कि सभी थानों पर कड़ाई से लागू कराने की मांग डीएम से मिलकर मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट के प्रावधानों के लिए की गई थी। अगर ऐसे मामलों को पुलिस एवं प्रशासन द्वारा गंभीरता से नहीं लिया जाएगा तो डॉक्टरों का काम करना कठिन होगा।
15 दिन में हुई है तीसरी घटना
हम आपको बताते चले कि यह ऐसी तीसरी घटना है बीते 15 दिन में अस्पताल में डॉक्टरों के साथ मारपीट और तोड़फोड़ को लेकर। 24 सितंबर को इससे पूर्व तीन अक्टूबर को मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा के पेइंग वार्ड में बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल के फीमेल सर्जरी वार्ड में डॉक्टरों के साथ मारपीट हुई थी। सोमवार को तीसरी घटना एक बार फिर से हुई है इन दोनों मामले की जांच अभी से प्रारम्भ कर दी गई है।