नन्हा बासुरी वादक घाटों पर बना मुख्य आकर्षण का केंद्र
वाराणसी। जब भी बांसुरी का जिक्र होता है तो भगवन श्री कृष्ण की छवि अंतर आत्मा में उतर आती है और कृष्ण के बाल स्वरूप के दर्शन हो जाते है जो हाथों में बांसुरी लिए सबका मन मोह लिया करते है।
ऐसा ही एक नन्हा कृष्ण वाराणसी के घाटों पर देखने को मिल रहा है जिसने बिना किसी शिक्षा के सिर्फ लोगों को देखकर बांसुरी बजाना सीखा और आज कल घाटों पर सैर करने वालों सैलानियों का मुख्य आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
मात्र 7 साल के आदित्य गुप्ता ने घाटों पर बांसुरी बेचने वालों को देखकर बांसुरी बजाना सीखा और बहुत ही प्यारी धुन बजाते है। आदित्य के पिता घाटों पर भेलपुरी बेचते है और आदित्य को अपने साथ ही लेकर चलते है।
आदित्य के पिता बबलू गुप्ता ने बताया कि आदित्य ने बांसुरी बेचने वालों को देखकर बांसुरी बजाना सीखा और मनमोहक बांसुरी बजाता है जिसकी धुन सुनकर लोग उसकी और खींचे चले आते है।
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