पुलवामा अटैक में शहीद रमेश यादव को भूल गयी सरकार
वाराणसी। 14 फरवरी 2019 हुए पुलवामा अटैक में सीआरपीएफ के 40 अधिक जवान शहीद हुए थे। इस अटैक में काशी के लाल रमेश यादव भी शहीद हो गए थे। जब शहीद रमेश का पार्थिव शरीर उनके गृह जनपद लाया गया तो कई बड़े नेता उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए थे।
सरकार के तरफ से भी शहीद के परिजनों से कई वादें किये गए मगर मुआवजे और उनकी पत्नी को नौकरी देने के बाद शहीद रमेश को शायद सरकार भूल गयी।
शहीद के पिता श्याम नारायण यादव ने बताया कि जब बेटे का पार्थिव शरीर घर आया था तो कई बड़े नेता फोटो खिचवाने आये थे मगर अब वो हमारा फोन तक नहीं उठाते।
शहीद की पत्नी रीनू यादव ने बताया कि सरकार ने आर्थिक मदद और मुझे सरकारी नौकरी दिया है लेकिन पति के नाम से स्मारक, जमीन, खेल ग्राउंड और गांव का मुख्य गेट आज तक नही मिला और न बना।
आपको जानकारी के लिए बता दें कि रमेश यादव की शहादत के बाद उनके घर पर भाजपा के बड़े नेताओं के अलावा प्रियंका गांधी भी पहुंची थी। मगर पुलवामा हमले के 1 वर्ष बीत जाने के बाद भी मुआवजा तो मिला मगर शहीद के घर वालों ने जो सम्मान मांगा उसकी कमी अभी तक है।
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