काशी महाकाल एक्सप्रेस पर असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री को भेजी संविधान की प्रस्तावना 

काशी महाकाल एक्सप्रेस पर असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री को भेजी संविधान की प्रस्तावना 

16 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी में करोडो की परियोजनाओं सौगात दी। प्रधानमंत्री ने देश तीसरी कॉर्पोरेट ट्रेन काशी महाकाल एक्सप्रेस का उद्घाटन किया जो वाराणसी से चलकर 3 द्वादश ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कराते हुए इंदौर तक के लिए चलायी गयी है। इस ट्रेन में भगवान शिव के लिए भी एक सीट रिजर्व है। 

काशी महाकाल एक्सप्रेस ट्रेन में कोच B5 सीट नंबर 64 पर भगवान शिव का एक छोटा मंदिर स्थापित किया गया है जिसमे दिन में 2 बार पूजन अर्चन की व्यवस्था की गयी है। 

काशी महाकाल एक्सप्रेस ट्रेन में भगवान शिव का मंदिर स्थापित होने पर AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर अपनी नाराजगी जाहिर की और प्रधानमंत्री को टैग कर संविधान की प्रस्तावना को साझा किया है। 

असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट के माध्यम से प्रधानमंत्री को संविधान की जो प्रस्तावना भेजी है उस प्रस्तावना में ये लिखा गया है कि ‘सभी धर्मों के साथ एक समान, सभी लोगों के साथ एक समान व्यवहार करना। 

आपको बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी हमेशा से ही वर्तमान सरकार की नीतियों का विरोध करते चले आ रहे है फिर चाहे वो ‘नागरिकता संशोधन एक्ट’ हो या ‘नेशनल रजिस्टर फॉर सिटीजन’ को लागू करने की बात हो। 

न्यूज़ बकेट पत्रकारिता कर रहे छात्रों का एक छोटा सा समूह है, जो नियमित मनोरंजन गपशप के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, इसके अलावा विभिन्न त्योहारों और अनुष्ठानों में शामिल सौंदर्य, ज्ञान और अनुग्रह के ज्ञान का प्रसार करते हुए भारतीय समाज के लिए मूल्य का प्रसार करते हैं। 

Vikas Srivastava

Related articles