इस बार गंगा दशहरा पर घाट रहेंगे सूने, नहीं दिखेगी भीड़ भाड़
वाराणसी। महर्षि भागीरथी ने अपने पूर्वजों की मुक्ति और पृथ्वी के उत्थान के लिए गंगा को धरती पर उतारा था। जिस दिन गंगा धरती पर आयी वो जेष्ठ शुक्ल की दशमी तिथि थी और तभी से इस दिन को गंगा के धरती पर अवतरण दिवस यानि गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता है।
देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लगे लॉक डाउन के कारण सभी प्रकार के धार्मिक अनुष्ठानों और आयोजनों पर रोक लगा दी गयी है, जिसके कारण इस बार गंगा दशहरा पर घाटों पर लगने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं दिखेगी।
वाराणसी के जल पुलिस के द्वारा घाटों पर न आने के लगातार संदेश दिए जा रहे है। लॉक डाउन के कारण घाटों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि घाटों पर लोगों की भीड़ न हो पाये।
न्यूज़ बकेट पत्रकारिता कर रहे छात्रों का एक छोटा सा समूह है, जो नियमित मनोरंजन गपशप के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, इसके अलावा विभिन्न त्योहारों और अनुष्ठानों में शामिल सौंदर्य, ज्ञान और अनुग्रह के ज्ञान का प्रसार करते हुए भारतीय समाज के लिए मूल्य का प्रसार करते हैं।