पैसों को लेकर वाराणसी में हुए ट्रिपल मर्डर का पुलिस ने किया खुलासा

पैसों को लेकर वाराणसी में हुए ट्रिपल मर्डर का पुलिस ने किया खुलासा

वाराणसी। वाराणसी में पिछले साल हुए हत्या की जांच में जुटी पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी। पुलिस ने वाराणसी में हुए ट्रिपल मर्डर की गुत्थी को सुलझाया। 

खुलासा करते हुए वाराणसी एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि पैसों के लिए और पकड़े जाने के डर से मर्डर हुए थे। दरअसल बीते साल सुमित श्रीवास्तव के खाते में 4 लाख 73 हजार का लोन पास हुआ जिसके बाद से ही मर्डर का सिलसिला चालू हुआ। 

सुमित के दोस्त नीलकंठ उर्फ़ शिवम को जब इस बात की जानकारी हुयी तो उसने अपने दोस्त कम्प्यूटर के दुकान मालिक अभिषेक जायसवाल को बताई। उसके बाद अभिषेक ने दोस्तों सौरभ उर्फ़ लालू, विकास की मदद से सुमित की हत्या करने को लेकर योजना बनायीं।

नीलकंठ सुमित को रोहनिया स्थित एक ट्यूबेल पर ले गया जहां इन लोगों ने मिलकर उसकी गला दबा कर हत्या कर दी और लाश को मिर्जापुर के रायगढ़ के जंगल में फेंक दिया। 

सुमित का मोबाईल, एटीएम और आधार कार्ड छीनकर सुमित के अकाउंट से सौरभ ने पैसे अपराधियों के ही मित्र राजू के खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर किये फिर उसके बाद राजू के अकाउंट से एक और साथी बृजेश के अकाउंट में। 

पुलिस ने जब राजू और बृजेश की तलाश शुरू की तो अपराधियों ने पकड़े जाने के डर के कारण उन दोनों की भी हत्या कर दी गयी। बृजेश का शव तो रोहनिया क्षेत्र में गंगा से बरामद हुआ मगर राजू का शव अभी तक बरामद नहीं हुआ है। 

पुलिस ने इस पुरे मामले में मास्टर माइंड अभिषेक, बैंक कर्मी नीलकंठ, पंकज, ट्यूबेल मालिक विकास पटेल, मजदूर शशिकांत और ड्राइवर राम विलास पटेल को गिरफ्तार किया है। जबकि घटना में शामिल सौरभ और सोनू की तलाश जारी है। 

पुलिस ने इनके पास से 2 लाख 48 हजार रूपये बरामद किये है जबकि 1 लाख 62 हजार बैंक में फ्रिज करवाया है। 

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Vikas Srivastava

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