काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की खुदाई में मिली सुरंग, हिन्दू संगठनों ने काशी को मुक्ति दिलाने की उठायी मांग
वाराणसी। अयोध्या में 5 अगस्त को राम के भूमि पूजन होने के बाद से ही हिन्दू संगठनों के लोग काशी और मथुरा को लेकर खुलकर मांग उठा रहे है।
दरअसल काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की खुदाई के दौरान माता श्रृंगार गौरी मंदिर के पास से एक सुरंग नुमा रास्ता और कुछ पुराने मंदिरों के अवशेष मिलें है। इन अवशेषों और सुरंग के मिलाने के बाद से ही चर्चाएं शुरू हो गयी है।
परिसर में मौजूद मस्जिद के नीचे मंदिर होने के कई सबुत मिलें है जिसके बाद से ही हिन्दू संगठनों के द्वारा ज्ञानवापी को मुक्ति दिलाने की बातें कही जा रही है।
इस मामले में लोगों का कहना है कि काशी के मुस्लिम बंधु खुद आगे आकर हिन्दू-मुस्लिम भाई भाईचारे की मिशाल पेश करें और कोर्ट में लड़ने से अच्छा है कि ज्ञानवापी की जमीन पर से अपना दावा छोड़ दें।
वहीं अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती का कहना है कि संत समिति ने हमेशा से ही काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के दौरान एसआई की मांग की है।
उन्होंने कहा कि जिस तरीके से रास्ता और मंदिर के अवशेष प्राप्त हो रहे हैं उसको देखते हुए जल्द से जल्द एएसआई के द्वारा पुराने काशी विश्वनाथ मंदिर का सर्वेक्षण का काम कराया जाना चाहिए।
उन्होंने सरकार से मांग की है कि जिस तरीके से अयोध्या में पुण्य का काम हो रहा है उसी प्रकार जल्द से जल्द काशी में भी पुनरुद्धार का कार्य सम्पन्न किया जाय।
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