हो जाइये सावधान! कही आप भी तो नहीं करते हैं फेक न्यूज़ वायरल, जानिए पूरी खबर
आयेदिन सोशल मीडिया पर कोई न कोई अफवाह उड़ती रहती है, कभी कोई फेक न्यूज़ को सच बताकर वायरल कर देता है तो कभी कोई पुराने फोटोज और वीडियोज को कल की घटना बताकर शेयर कर रहा होता है। और जाने अनजाने में लोग इन बातो को सच मान बैठते है और खुद इन्हें सोशल मीडिया पर लाइक और शेयर कर देते है।
इसी तरह की एक नई फोटो इनदिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। जिसमे एक पोस्ट में तीन तस्वीरे एक साथ जुडी हुई है जिसमे एक फोटो ऊपर और बाकि दो फोटोज नीचे है। इन फोटोज में दो चार पहिया वाहन खड़े नज़र आ रहे हैं, पास ही में एक पुलिसवाला भी मौजूद है और साथ ही चार पांच लोग और खड़े है और गाड़ी में कुछ बोरिया दिख रही है। इन फोटोज में 2000 के नोटों की गड्डिया भी दिख रही है।
इन फोटोज को एक पोस्ट के साथ शेयर किया जा रहा है जिसमे दावा किया जा रहा है कि “ये सरे रूपये एक बीजेपी नेता के पास से बरामद किये गए है जिसका नाम सुधीर गाडगिल है और लोग इस पोस्ट को शेयर करते हुए एक से बढ़कर एक दावे कर रहे है कोई कह रहा है कि भाजपा नेता के पास से 20000 करोड़ रूपये बरामद, तो कोई कह रहा है कि भाजपा नेता गाडगिल की कार से 20 हजार करोड़ रुपये पकड़े गए। ये सारा पैसा कर्नाटक चुनाव में इस्तेमाल होना था।
आपको बता दे कि यह पोस्ट सिर्फ हिंदी में ही नहीं बल्कि कि, पंजाबी और मराठी में भी शेयर की जा रही है और कहा जा रहा है कि बिकाऊ मीडिया यह खबर नहीं दिखायेगा और बिना किसी जानकारी के लोग इन पोस्ट को धड्डले शेयर भी कर रहे है। अब सोचने वाली बात हैं कि क्या इस आधुनिक युग में वही “कौवा कान ले गया” वाला हाल तो नहीं हो रहा हैं। जिसमे लोग बिना किसी बात की पुष्टि किये हर चीज़ को सच मान बैठते है जबकि इस इंटरनेट के ज़माने में हर जानकारी बस एक क्लिक की दुरी पे है।
जानिए क्या है पुरे मामले की असलियत
तस्वीर में जो गाड़ी नजर आ रही है, वो सांगली अरबन बैंक की है जिसे पुलिस ने नोटेबंदी के दौरान पकड़ा था, ओस्मानाबाद-तुलजापुर बायपास रोड के पास एक चुनावी दस्ते ने इस गाड़ी का पीछा किया उन्हें इसके अंदर करीब 6 करोड़ रुपये मिले। पकड़े गए नोट पुराने 500 और 1,000 रुपये के थे। अब आपको बताते है कि, क्या हैं इस पोस्ट की असलियत दरअसल, सुधीर गाडगील सांगली अर्बन बैंक के चैयरमेन गणेश गाडगील के भाई हैं।
64 वर्षीय सुधीर गाडगील बीजेपी के नेता हैं और इनका पूरा नाम है धनंजय उर्फ सुधीर दादा हरि गाडगिल, 2014 में यह बीजेपी के टिकट पर महाराष्ट्र के सांगली से जीतकर विधायक बने थे, और यह सारा पैसा सांगली अरबन बैंक का था। जब नोटबंदी के बाद सारे नोट अमान्य हो गए थे तो इन नोटों को बैंक भेजा जा रहा था। इस पुरे घटना पर बैंक के ओंर से बयांन भी जारी किया गया था और इस पुरे मामले में सुधीर गाडगील को क्लीन चिट भी मिल गयी थी।
पहले भी इन्ही तस्वीरों के साथ वायरल हो चुकी हैं फेक न्यूज़
अब आप यह सोच रहे होंगे की आखिर 2016 की फोटो इस समय क्यों वायरल की जा रही है तो आपको बता दे कि, जल्द ही कर्नाटक में चुनाव होने वाले है तो इस फोटो को कर्नाटक चुनाव से जोड़ दिया गया है इसके पहले भी यही तस्वीरों के अलग अलग पोस्टो के साथ शेयर की जा चुकी हैं नोटबंदी के दौरान भी इस तस्वीर का फेक न्यूज़ के तौर पे काफी इस्तेमाल किया गया था।
रहे सावधान फेक न्यूज़ फंसा सकता है क़ानूनी झमेलों में
अब अगली बार आप जब भी कोई पोस्ट देखे तो उसे शेयर करने से पहले एक बार उसकी तहकीकात जरुर कर ले कही ऐसा ना हो कि आप भी फेक न्यूज़ के मायाजाल में फसकर किसी क़ानूनी पचड़े में न फंस जाये क्योंकि किसी व्यक्ति को लेकर गलत खबर फैलना भी मानहानि के दायरे में आता है और यह कानूनन जुर्म भी हैं। तो अगली बार से जब भी आप किसी ऐसी वेबसाइट या पेज की खबर शेयर करे जिसकी कोई अच्छी विश्वसनीयता ना हो तो एक बार उस पोस्ट की तहकीकात जरूर कर ले।