आवास योजना में घर तो मिला नहीं, पर गिरा दिया गरीबों का आशियाना
वाराणसी। सरकार आवास योजना के तहत सभी को घर देने की बात करती हैं। वहीं वाराणसी में आवास छीनने का मामला सामने आया जहां घाट किनारे बसे लोगो के घर गिरा दिए गए।
घटना 16 तारीख की हैं जब राजघाट के मालवीय पुल के करीब नई बस्ती में रहने वाले लोगो के मिट्टी के घर और झोपड़ियां गिरा दी गयी।
जिसकी शिकायत करने स्थानीय लोग वाराणसी के कचहरी स्तिथ जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचे। गुस्साये लोगो में महिलायें एंव बच्चे भी थे। जिन्होंने कार्यालय के बाहर गरीबो को उजाड़ना बंद करो, अभी तो ये अंगड़ाई है आगे और लड़ाई जैसे नारे लगाए। स्थानीय निवासी का कहना था की वह बस्ती में लम्बे समय से रहते हैं।
अचानक से उनके घर गिरा देने से वो सड़क पर आगये हैं। जिसकी वजह से आज इस तरह विरोध प्रदर्शन को वह सभी बाध्य हैं।
सर्व सेवा संघ कैंपस राजघाट में रहने वाली समाज सेविका जागृति ने बताया कि बीते 16 तारीख़ को नई बस्ती राजघाट मालवीय पुल के करीब रहने वाले लोग। जोकि वहां दशकों से घाट किनारे अपनी झोपड़ी और मिट्टी के घर बनाकर रहते थे।
उनको प्रशाशन ने जगह से हटवाते हुए घर गिरा दिया। वर्तमान समय में वहां 50 से अधिक परिवार रहते हैं। घाट किनारे ये परंपरागत तरीक़े से रहने वाले नाविक लोग हैं। उनकी बस्ती उजाड़ दी गयी और उनके सामान निकालने का मौका भी नहीं दिया गया। जिससे उनको बहुत क्षति पहुंची हैं और रहने का ठिकाना छीन गया हैं।
उनका कहना था सरकार वैसे तो आवास के नाम पे लाखो करोड़ो ख़र्च करती हैं। पर बनारस में लगातार ग़रीबो के साथ अन्याय हो रहा हैं। उनके साथ आये स्थानीय लोग अपनी शिकायत जिला अधिकारी के पास लगाने कार्यालय पहुंचे थे।
न्यूज़ बकेट पत्रकारिता कर रहे छात्रों का एक छोटा सा समूह है, जो नियमित मनोरंजन गपशप के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, इसके अलावा विभिन्न त्योहारों और अनुष्ठानों में शामिल सौंदर्य, ज्ञान और अनुग्रह के ज्ञान का प्रसार करते हुए भारतीय समाज के लिए मूल्य का प्रसार करते हैं।