वाराणसी: गरीबों का मुफ्त इलाज करने पहुंची लाइफ लाइन एक्सप्रेस
वाराणसी: इस धरती पर अगर किसी को भगवान का दर्जा प्राप्त है तो वह है डॉक्टर। वाराणसी के काशी स्टेशन पर वर्ष 1992 से पूरे देश का दौरा कर रही लाइफ लाईन ट्रेन शनिवार की रात डाक्टरों को लेकर जा पहुंची। वाराणसी के लोगों को मुफ्त चिकित्सीय सेवा अगले 21 दिनों तक इम्पैक्ट इंडिया ट्रस्ट की यह ट्रेन देगी। महापौर मृदुला जायसवाल ने आज इसका उद्घाटन किया।
काशी स्टेशन पर आ सकते है इलाज के लिए लोग
हम आपको बताते चले कि यदि आपको आंखों से कम दिखता हो या फिर कानों से कम सुनाई पड़ता हो या फिर आप गरीब हैं तो आप काशी स्टेशन पर अपने इलाज के लिए आ सकते है क्योंकि इम्पैक्ट इंडिया ट्रस्ट द्वारा संचालित 7 कोच की लाइफ लाइन ट्रेन रविवार से काशी स्टेशन पर जा पहुंची है। इसमें 21 दिनों तक अस्पताल की तरह देश के बड़े डॉक्टर इलाज तो करेंगे साथ ही ओपीडी भी चलाएंगे।
लाइफ लाइन ट्रेन की शुरुआत 1992 में की गई थी
इम्पैक्ट इंडिया ट्रस्ट की दर रोहनी ने इस संबंध में बात करते हुए बताया कि हमारे घर के बड़ों ने इम्पैक्ट इंडिया नामक एक ट्रस्ट 1982 में प्रारंभ की थी। देश की पहली लाइफ लाइन ट्रेन की शुरुआत हमने वर्ष 1992 में की थी। जिसमें देश की सभी उम्दा चिकित्सा सुविधाएं जनसामान्य के लिए मौजूद है। भारत के कोने कोने में पहुंचकर गरीबों का इलाज करना ही हमारा मुख्य लक्ष्य है। इन सबके साथ ही हम स्त्रियों में होने वाले ब्रेस्ट कैंसर जैसे गंभीर बीमारी के लिए लोगो में जागरूकता फैलाने का काम भी करते है। हम उस उद्देश्य के लिए महिलाओं को ट्रेन में ही प्रोग्राम आयोजित कर जागरूक करते हैं।
लाइफ लाइन में 2 ऑपरेशन थियेटर हैं मौजूद
वही दूसरी तरफ डॉ रोहनी ने बताया कि हम स्थानीय डाक्टरों की मदद लेते हैं और मरीज़ को ऑब्जर्वेशन में वहीं रखते क्योंकि हमारे पास हमारी ट्रेन में कोई बेड उपलब्ध नही हैं। 2 ऑपरेशन थियेटर लाइफ लाइन में मौजूद हैं, जिसमें मरीजों का ऑपरेशन उम्दा किस्म के यंत्रों द्वारा किया जाता है। हमारे इस ट्रेन में मेमोग्राफी की मुफ्त सुविधा भी होती है।
महाराष्ट्र के लातूर से चलकर यहां पर आयी है यह ट्रेन
हम अपको बता दे कि महाराष्ट्र के लातूर से चलकर लाइफ लाइन एक्सप्रेस यहां पर आयी है एवं 21 दिन के बाद यह ट्रेन बिहार के अरिया के लिए रवाना हो जाएगी। नगर महापौर मृदुला जायसवाल ने इस ट्रेन का उद्घाटन करने के बाद इसे समाज के लिए एक अच्छा प्रयास बताया। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि यह ट्रेन सभी सुविधाएं से लैश है विशेषकर दिव्यांगता को ठीक करने में ये लोग लगे हुए हैं। इसी तरह की पहल हर किसी की तरफ से की जानी चाहिए।