शहर के रिक्शा चालकों पर अब चलेगा स्थानीय प्रशासन का डंडा

शहर के रिक्शा चालकों पर अब चलेगा स्थानीय प्रशासन का डंडा

वाराणसी: अब रिक्शा चालकों पर स्थानीय प्रशासन द्वारा चलाया जायेगा डंडा। वह रिक्शा चलाने वालें जो कि अवैध तरीके से रिक्शा चला रहे है उन पर होगी सख्ती। अगर वह पकड़े जाते है तो उन पर चलेगा डंडा। शहर वाराणसी की पहले से अति संवेदनशीलता को देखते हुए सुरक्षा के तहत लिया गया है यह फैसला। इस स्थिति में अपना पंजीकरण वह नहीं करा पायेगा जो ऐसा करना चाह रहा था।

खुफिया रिपोर्ट को आधार बनाकर लिया गया फैसला

हम आपको बताते चले कि बनारस नगरी पहले से ही बहुत संवेदनशील है। जबकि इस शहर में पांच – पांच आतंकी घटनाएं घटित हो चुकि हैं। स्थानीय प्रशासन ने ऐसे में सोच – समझकर कर हर कदम रखना प्रारंभ हो चुका है एवं इसके चलते रिक्शा चालकों पर कानून कि पहली चोट लगने जा रही है। आपको बता दे कि नगर निगम द्वारा रिक्शा चालकों के लिए लाइसेंस बनता है। अब तक तो कोई भी लाइसेंस बनवा लेता था पर अब इसमें बड़ी ज्यादा संख्या में बांग्लादेशी भी सम्मलित हो रहे है। जिनके द्वारा रिक्शा चलाने का लाइसेंस प्राप्त कर लिया जा रहा है। कई रिक्शा चालकों को पुलिस भी आपराधिक घटनाओं में सम्मलित पा चुकी है। इन सबको देखते हुए नगर निगम ने तय किया है कि पुलिस की खुफिया रिपोर्ट के आधार पर अब रिक्शा चालकों के लाइसेंस के लिए आधार पर जरूरी होगा।

नगर निगम को पुलिस ने भेजा है पत्र

बिना व्यापक जांच-पड़ताल के पुलिस ने नगर निगम को पत्र भेज कर कहा है कि किसी का भी रिक्शा चालक के रूप में लाइसेंस कतई न बनाया जाए। इस पत्र के मिलने के बाद पुलिस ने नगर निगम को पत्र भेज कर कहा है कि बिना व्यापक जांच-पड़ताल के किसी का भी रिक्शा चालक के रूप में लाइसेंस कतई न बनाया जाए। पुलिस प्रशासन के इस पत्र के मिलने के बाद नगर आयुक्त डॉ नितिन बंसल ने पंजीकरण (लाइसेंस बनवाने) के लिए आधार को अनिवार्य कर दिया है।

सर्वे कराएगा नगर निगम

नगर निगम प्रशासन जोनवार टीम गठित कर पंजीकरण के लिए आधार कार्ड अनिवार्य करने के साथ ही रिक्शा चालकों का सर्वे कराएगा। जिसके चलते बिना लाइसेंस चलने वाले रिक्शा चालकों की धरपकड़ होगी। पंजीयन रद्द करने के सहित दंडात्मक कार्रवाई भी की जाएगी। साथ ही जुर्माना भी लगाया जाएगा।

यह है रजिस्ट्रेशन का प्रक्रिया

नगर निगम के निर्धारित प्रोफार्मा पर अब तक रिक्शा चलाने का लाइसेंस हासिल करने के लिए फार्म भरा जाता था। (आईडी कार्ड) के आधार पर फोटो और पहचान पत्र पर लाइसेंस बन जाता था। निर्धारित शुल्क लाइसेंस के लिए तय है। यह समस्त प्रक्रिया रिक्शे का लाइसेंस प्लेट व चालक का परिचय पत्र पूरी करने के बाद किया जाता है। आधार कार्ड भी अब इन सभी डाक्यूमेंट के साथ लगाना होगा।

अधिकृत रिक्शा चालकों का रिकार्ड जो शहर में चलते है

अब तक अप्रैल 2018 से मात्र 50 रिक्शा चालकों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। रिक्शे का रजिस्ट्रेशन शुल्क मात्र 300 रूपये है। वह रिक्शे जिनका लाइसेंस बना है वह 4100 से अधिक हैं। जिनमें से 1710 रिक्शा चालकों का रजिस्ट्रेशन भी है। सिर्फ इतना ही नहीं प्रत्येक वर्ष लाइसेंस का नवीनीकरण भी करना होता है।

Mithilesh Patel

After completing B.Tech from NIET and MBA from Cardiff University, Mithilesh Patel did Journalism and now he writes as an independent journalist.

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