बीएचयू की छात्राओं के संग शैक्षणिक टूर पर गए प्रोफेसर ने पुरी में की छेड़छाड़
वाराणसी। शैक्षणिक टूर के दौरान काशी हिंदू विश्वविद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग के एक प्रोफेसर द्वारा छात्राओं से छेड़छाड़ किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। प्रोफेसर ने फब्तियों से लेकर छेड़छाड़ जैसे हर वे कृत्य किए जो विश्वविद्यालय की गरिमा को तार-तार करने के लिए काफी है। छेड़खानी से आजिज़ होकर छात्राओं ने इस मामले की शिकायत कुलपति प्रो. राकेश भटनागर से लिखित पत्र सौंपकर की है। मामला विभागाध्यक्ष के संज्ञान में भी कई बार आया, मगर लिखित शिकायत न होने की वजह से लगभग हर बार उन्हें ही शैक्षणिक भ्रमण पर भेजा जाता है। सूत्रों से पता चला हैं कि आंतरिक जांच शुरू हो चुकी है और प्रोफेसर को बचाने के लिए जांच में जुटे लोग अपने तरह से उन्हें बचाने का प्रयास भी करने लगे हैं।
छात्राओं ने कुलपति को शिकायती पत्र सौंपा
बीएचयू के जंतु विज्ञान विभाग से बीएससी पंचम सेमेस्टर की छात्राओं का दल शैक्षणिक टूर करने के बाद जगन्नाथ पुरी से एक सप्ताह पूर्व ही लौटा है। पीडि़त छात्राओं ने आते ही कुलपति को शिकायती पत्र सौंप दिया जिसके बाद वीमेंस ग्रिवांस सेल जांच में जुट गई है। वीसी को लिखे पत्र में छात्राओं ने आरोप लगाया है कि टूर के दौरान पुरी में प्रोफेसर ने न सिर्फ उन पर फब्तियां कसीं, बल्कि उनके साथ छेड़छाड़ भी किया। भुवनेश्वर में नंदन कानन जूलॉजिकल पार्क की बजाय हमें जबरन कोणार्क सूर्य मंदिर ले गए। वहां मंदिर के वैज्ञानिक पहलुओं को बताने के स्थान पर पूरे समय दीवारों पर अंकित चित्रों की ही व्याख्या करते रहे।
परीक्षा में अंक काटनें की देते थे धमकी
छात्राओं ने बताया की जब भी उन्हें मौका मिलता वे अभद्र व्यवहार पर उतारू हो जाते। विरोध करने पर परीक्षा में अंक काट लेने की धमकी देकर डराते थे। छात्राओं ने यह भी आरोप लगाया कि बीएचयू में क्लास के दौरान भी शुरू में वो छात्राओं को चिन्हित कर फब्तियां कसना शुरू करते हैं। धीरे-धीरे उनके शब्द अशोभनीय होते चले जाते हैं। इस वजह से कई छात्राएं मानसिक रूप से अवसाद में भी हैं। विभाग के ही एक अन्य प्रोफेसर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उनके हाथ में पूरे 300 नंबर है। अभी तक विद्यार्थी इसी धौंस पर शांत रह जाते थे, मगर इस बार पानी सर के ऊपर जा चुका है।