राज्यपाल राम नाईक ने कहा – बेटियाँ देश का भविष्य, उनके विकास के लिए शिक्षा अनिवार्य
जौनपुर। गुरुवार को जिले के मड़ियाहूं क्षेत्र के मालती महाविद्यालय अम्बरपुर बेलवा में आयोजित एक पुण्यतिथि समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पद से राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि बेहतर शिक्षा से ही समाज आगे बढ़ेगा। बेहतर शिक्षा के लिए सरकार दृढ़ संकल्पित है। प्रदेश में अब नकल विहीन परीक्षा होगी। उन्होंने कहा कि अब कही भी नकल का गोरख धंधा नही चलेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश का चहुंमुखी विकास हो रहा है और जब लोग भी प्रदेश विकास के बारे में सोचेंगे तो यह और भी तेज होगा।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पर दिया बल
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि जो महत्व विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह का है वैसा ही महत्व महाविद्यालय में वार्षिकोत्सव का है। गांव के विकास और विद्यालय से इसका रास्ता तय करना बेमिसाल है। उन्होंने कहा कि मैं राज्यपाल जरूर हूं, लेकिन मेरी पत्नी भी शिक्षक थी। शिक्षा को बेहतर बनाने में हमेशा सक्रिय रहता हूँ। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की वकालत करते हुए कहा कि प्रदेश में 28 में 26 विश्वविद्यालयों में दीक्षांत समारोह होता है। पिछले साल में 15 लाख 60 हजार को उपाधियां दी गई। उसमे 7 लाख 98 हजार बच्चियां थी। बेटियां आज हर क्षेत्र मे आगे बढ़ रही है। स्थिति यह हो गई है कि लड़कों को आरक्षण मांगने की नौबत आ गई है। राज्यपाल ने कहा कि 19 विश्वविद्यालय के दीक्षांतों में 9 लाख उपाधियां बाटी गई, जिसमे 54 प्रतिशत भागीदारी लड़कियों की थी।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी के आंदोलन सर्व शिक्षा अभियान की जमकर सराहना की
राज्यपाल राम नाईक ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की मजबूती पर जोर देते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी के आंदोलन सर्व शिक्षा अभियान की जमकर सराहना करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी जी ने इसे आगे बढाया। वे पुनः देश के प्रधानमंत्री बने तभी देश का सम्पूर्ण विकास संभव है। उन्होंने कहा कि बेटियों के लिए जो अभियान चल रहा उसकी वजह से हर सेवा में महिलाये यहाँ तक कि सेना में भी इनकी मौजूदगी है। प्रभु राम को वनवास के आदेश तो जनता ने गलत बताया, तो राम ने कहा कि पुत्र धर्म के नाते वनवास जाऊंगा। लक्ष्मण को रोकने लगे तो उन्होंने भ्रातृ धर्म की बात कही। धर्म ये है, लोग इसका गलत अर्थ न लगाएं। छात्र भी अपने छात्र धर्म का पालन करें।