वाराणसी: मॉल में अंधाधुंध फायरिंग, चौतरफा गिरा खून बयां कर रहा खौफनाक मंजर
वाराणसी: बुधवार दोपहर बाद साढ़े तीन बजे तक जेएचवी मॉल में सब कुछ सामान्य था। मॉल के शोरूमों में जहां एक तरफ बच्चे आइसक्रीम खाते नजर आए वहीं प्रथम तल पर ट्वाय ट्रेन में घूम रहे थे। इसी तरह ताबड़तोड़ फायरिंग एकाएक प्रारम्भ हो गई। एक बार के लिए तो लोगों को कुछ समझ ही नहीं आया। भगदड़ एवं फायरिंग की आवाज से मॉल के भूतल पर हड़कंप मच गया। लोग मदद की गुहार के लिए चीखते – चिल्लाते बाहर भागे। इस अंधाधुंध फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई वहीं दो लोग जख्मी भी हो गए।
शोरूम के भीतर मॉल में अंधाधुंध फायरिंग
ब्रांडेड कपड़ों सहित जूतों के शोरूम के भीतर मॉल में अंधाधुंध फायरिंग के बाद चारों तरफ खून गिरा हुआ पाया गया। ये सारा नजारा खून एवं बिखरे चप्पल-सैंडल की वजह से भयावह दर्शा रहे थे। वहीं विदेशी सैलानी जो कि जेएचवी मॉल में मौजूद थे कुछ समझ ही नहीं पा रहे थे। जब इस तरह की भगदड़ एवं अफरातफरी होती है तो विदेशी सैलानी ने रोना प्रारम्भ कर दिया तब जाकर स्थानीय लोगों ने उन्हें बाहर निकाला।
मौजूद है तारांकित होटल मॉल के आस-पास
एसएसपी एवं डीएम के अलावा अन्य आला अफसर भी मॉल के इर्दगिर्द के एक से डेढ़ किलोमीटर के दायरे में भागते नजर आए। कई तारांकित होटल भी मॉल के आस-पास हैं। इस कारण विदेशी सैलानियों की अच्छी – खासी भीड़ लगी रहती है। सड़क से गुजर रहे विदेशी सैलानियों की एक बस मॉल में भगदड़ मचने के कारण वहां पर जा फंसी। वहीं बस में रहें सैलानी खबराएं हुए नजर आए साथ ही वह चालक से निवेदन करते नजर आए कि जल्दी आगे निकले।
आज से पहले कभी नहीं देखा ऐसा नजारा
काफी समय तक मॉल से बाहर निकल कर आईं अंकिता सिंह अपनी दोस्त को ढूंढती हुई नजर आई। उन्होंने बताया कि मुझे ऐसा लगा जैसे कोई आतंकवादी हमला हुआ है। वहीं प्रथम तल पर घूम रहे पांडेयपुर के अमित पांडेय ने कहा कि एकाएक ही गोलियां तड़तड़ाने लगी है जिस कारण पहले तो लगा कि किसी स्कीम के तहत आतिशबाजी की जा रही होगी। फिर जब उन्होंने नीचे की तरफ देखा तो उनको पता चला कि भगदड़ मची हुई है तब वह भी पीछे के गेट से बाहर सीढ़ियों से कूदते हुए भागे। वहीं दूसरी तरफ अपने बेटे के साथ आई प्रतिमा तिवारी ने कहा कि हमने आज से पहले ऐसा कभी नहीं देखा था।
फोटो खींचने सहित वीडियो बनाने रहे लोग
इस सोशल मीडिया के दौर में लोगों को फोटो खींचने सहित वीडियो बनाने का इतना चस्का है कि लोग स्थान सहित समय पर भी ध्यान नहीं देते हैं। पांडेयपुर फ्लाईओवर हादसा एवं लहरतारा धमाके के दौरान घटनास्थल पर जाकर सेल्फी लेने व वीडियो बनाने वालों के रूप में इसकी बानगी देखी जा चुकी है। जेएचवी मॉल के बाहर बुधवार को ऐसा ही हुआ। कई लोग मॉल में जब भगदड़ मची थी तो बाहर खड़े होकर पुलिस को सूचित करने की जगह फोटो खीचते व वीडियो बनाते हुए नजर आए।
हत्या ने खड़े कर दिए है गहरे सवाल
विदेशी सैलानियों के सामने अति संवेदनशील सुरक्षा के दृष्टिकोण से जिले के आला अफसरों के रिहायशी क्षेत्र में बने जेएचवी मॉल में अंधाधुंध फायरिंग कर की गई दो लोगों की हत्या ने कई गहरे सवाल खड़े किए हैं। रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा काशी में हर तरह से सकारात्मक माहौल होना चाहिए। जैसे ही माल में घटना की जानकारी एसएसपी आनंद कुलकर्णी सहित क्राइम ब्रांच प्रभारी विक्रम सिंह को हुई वह एसपी क्राइम ज्ञानेंद्र नाथ प्रसाद के साथ वहां जा पहुंचे। घटना के थोड़ी ही देर के बाद एडीजी जोन पीवी रामाशास्त्री व आईजी रेंज विजय सिंह मीना और डीएम सुरेंद्र सिंह भी वहां पहुंचे। समस्त अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। घटना का जल्द खुलासे का निर्देश एडीजी जोन और आईजी रेंज ने एसएसपी द्वारा दिया गया।
फायरिंग की घटना से लोग थे अंजान
मलदहिया स्थित निजी अस्पताल में विशाल सहित चंदन को ले जाया गया जो कि मॉल में हुई फायरिंग में जख्मी हो गए थे। इस को देखकर के विशाल के दोस्त वहां मौजूद लोगों से अभद्रता का व्यवहार करने लग गए। विशाल और उसके दोस्तों को पुलिसकर्मियों ने समझाबुझाकर शांत कराया। दूसरे तल पर स्थित मल्टीप्लेक्स में फायरिंग की घटना से लोग अंजान थे। मल्टीप्लेक्स को पुलिस के आने के बाद खाली कराया गया। कुछ लोग फायरिंग के बाद भगदड़ के दौरान भुगतान किए बगैर ही भाग निकले।
सीएम के जाने के 48 घंटे बाद घटित हुई घटना
बुधवार की दोपहर जेएचवी मॉल में हुए इस दो लोगों की हत्या की घटना ने पुलिस को तगड़ी चुनौती दे डाली। बीते रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्किट हाउस में कहा था कि गुंडई न होने पाए। सीएम की रवानगी के 48 घंटे बाद ही काशी विद्यापीठ के छात्र आलोक उपाध्याय सहित उसके दो दोस्तों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दो लोगों की हत्या को अंजाम दे दिया जिससे वह दोनों ही ख्याल भी हो गए। इससे पूर्व में इसी वर्ष जून माह में अस्सी – रवींद्रपुरी रास्ते पर बीएचयू और अन्य कॉलेजों के छात्रों के गुट ने हमला करने सहित जल निगम के अवर अभियंता सुशील कुमार गुप्ता की हत्या को भी अंजाम दे डाला। इन सबके साथ ही ठेकेदार कमलेश कुमार सिंह सहित भूपेंद्र सिंह को भी गंभीर रूप से जख्मी कर दिया था। इस मामले को लेकर 15 आरोपियों के विरुद्ध लंका थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था।