तीन दिवसीय काशी गंगा महोत्सव का हुआ शुभारंभ
वाराणसी: काशी जो कि बाबा विश्वनाथ की नगरी है। जो कि एक पौरणिक नगरी है जहां पर सैलानियों का तांता लगा रहता है। काशी नगरी अपनी अनोखी परम्पराओं सहित मान्यताओं और मन्दिरों सहित घाटों और गंगा नदी के लिए भी लोगों के बीच बहुत प्रचलित है। काशी का गंगा महोत्सव जो कि बहुत चर्चित है। उस महोत्सव का प्रारम्भ हो गया है।
तीन दिवसीय काशी गंगा महोत्सव का हुआ शुभारंभ
मंगलवार को तीन दिवसीय काशी गंगा महोत्सव का माध्यमिक शिक्षा विभाग की तरफ से बनारस के सांस्कृतिक संकुल चौकाघाट में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ शुभारंभ किया गया। समारोह में की गई प्रस्तुतियों से दर्शक मंत्रमुक्त हो गए।
30 टीमों के प्रतिभागी प्रतिभा का करेंगे प्रदर्शन
22 नवंबर तक होने वाले इस महोत्सव में 30 टीमों के प्रतिभागी गायन, वादन और नृत्य की प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते नजर आएंगे। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि बनारस के सीडीओ गौरांग राठी ने किया।
लोक गायिका शैल बाला ने दर्शकों का ध्यान खींचा
बता दे कि कन्या कुमारी इंटर कालेज लक्ष्मीकुंड की छात्राओं सहित लोक गायिका शैल बाला ने प्रतियोगिता से पूर्व पनिया के जहाज से पलटनिया बनी आइहा पिया गीत के साथ कजरी गीतों से दर्शकों का ध्यान अपनी तरफ खींचा।
प्रथम स्थान वालों को मिलेगा मुख्य मंच प्रदर्शन का मौका
हम आपको बता दे कि वहीं कार्यक्रम के संयोजक डॉ. विश्वनाथ दुबे ने कहा कि जनवरी में होने वाले गंगा महोत्सव के मुख्य मंच पर तीनों प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतियोगियों को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा।
गंगा महोत्सव में उपस्थित होंगे एनडीआरएफ के कमांडेंट
ज्ञात करावा दे कि माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के सदस्य डॉ. हरेंद्र राय, एनडीआरएफ के कमांडेंट कमलेन्द्र सहित अन्य कई लोग काशी गंगा महोत्सव में अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे।