vishwanath temple corridor अब खुदाई में मिला शिवलिंग, पहले भी मिल चुके हैं मंदिर
वाराणसी:सोमवार को भी vishwanath temple corridor तहत चल रहे ध्वस्तीकरण कार्य के दौरान एक मकान के सीढ़ियों के नीचे एक शिवलिंग मिला। मंदिर प्रशासन को इसकी जानकारी खुदाई कर रहे मजदूरों ने दी। उस विग्रह का मंदिर प्रशासन द्वारा तत्काल सफाई कराकर पूजा कराई।
शिवलिंग से हैरान हुए लोग
मंदिर प्रशासन ने इस बारे में ट्वीट कर बताया कि प्रत्येक दिन कोई न कोई प्राचीन प्रतिमा एवं मंदिर कॉरिडोर बनाने के लिए चल रहे ध्वस्तीकरण के कार्य में मिल रहे हैं। इस दौरान वैसे तो हमें कई मंदिर मिले पर सभी लोग सीढ़ियों के नीचे मिले शिवलिंग से हैरान हैं। संग्रहण और संरक्षण का कार्य इस प्रकार मिल रही पुरातत्व की चीजों का किया जा रहा है।
ध्वस्तीकरण संरक्षण कार्यक्रम में हुआ परिवर्तित
हम आपको बता दे कि अब vishwanath temple corridor के लिए जारी ध्वस्तीकरण प्रोजेक्ट संरक्षण कार्यक्रम में परिवर्तित हो रहे है। बड़ी संख्या में प्राचीन मंदिर और शिवलिंग इस ध्वस्तीकरण के दौरान पाए जा रहे है जिस कारण यह परिवर्तन किए जा रहे है। वहीं पीएमओ को कुछ नामों का प्रस्ताव मंदिर प्रशासन की तरफ से भेजा जाएगा। पीएमओ से ही नाम का फैसला होगा।
मंदिर विग्रह है सनातन संस्कृति का हिस्सा
वहीं मंदिर प्रशासन का कहना है कि धरोहर शब्द बोध कराता है केवल पुरानी चीजों का इसलिए यहां पर जो भी मंदिर विग्रह मिल रहे हैं वह सनातन संस्कृति हिस्सा है। हमने ध्वस्तीकरण के लिए जो काम प्रारम्भ किया था वह अब बदल चुका है प्राचीन मंदिरों और विग्रहों के संरक्षण के कार्य में। इस वजह से पीएमओ को इसका नाम आनंद कानन संरक्षण कार्यक्रम या सनातन संरक्षण कार्यक्रम रखने का प्रस्ताव भेजा जाएगा।
पीएमओ को किए जाएंगे नाम प्रस्तावित
वहीं मंदिर प्रशासन के सीईओ विशाल सिंह का कहना है कि ये पीएम का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसको नया नाम दे दिया जाएगा। पीएमओ को कुछ नाम इसके लिए प्रस्तावित भी किए जाएंगे।