स्वच्छता कार्यों से Parliamentary Team असंतुष्ट, कहा- महात्म्य न बताएं, गंगा की सफाई में तेजी लाएं
वाराणसी: बनारस में आई Parliamentary Team गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए हो रहे कार्यों से असंतुष्ट नजर आई। समिति सदस्यों ने वाराणसी के मंडलायुक्त सभागार में गंगा स्वच्छता अभियान और नमामि गंगे परियोजना की समीक्षा के दौरान कहा कि गंगा का महात्म्य बताने की आवश्यकता नहीं है। परियोजनाओं की प्रगति का कार्य संतुष्टि देने लायक नहीं हैं। गंगा के सफाई कार्यों को और तेजी से करने की आवश्यकता है।
समिति द्वारा की गई पूछताछ
हम आपको बता दे कि वहीं समिति द्वारा प्रस्तावित योजनाओं पर संतोषजनक कार्य न होने पर सवाल उठाते हुए पूछताछ की गई। जबकि अधिकारी को जवाब नहीं मिल पाया। सारनाथ में पुरातत्व खंडहर परिसर सहित संग्रहालय के पुरातात्विक अवशेष संग मूलगंध कुटी विहार को भी Parliamentary Team ने देखा। यहां पर अधीक्षण पुरातत्व विद् डा. नीरज सिन्हा द्वारा जानकारी दी गई।
Parliamentary Team ने घाटों की देखी व्यवस्था
बता दे कि बुधवार को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पर्यावरण एवं वन विभाग की आठ सदस्यीय Parliamentary Team जो कि वाराणसी में गंगा स्वच्छता अभियान और नमामि गंगे परियोजना की समीक्षा के लिए पहुंची थी ने दशाश्वमेध से अस्सी घाट तक की व्यवस्था तीन नावों पर सवार होकर देखी। वहीं सफाई और व्यवस्था के अलावा घाटों की प्राचीनता की जानकारी भी नगर निगम और प्रशासन के अफसरों द्वारा ली गई।
समिति ने जाहिर किया असंतोष
परियोजनाओं की धीमी गति पर समिति ने असंतोष जाहिर किया। इन सबके साथ ही गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने के साथ ही सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट जल्द तैयार करने से लेकर डीजल बोट पर रोक का सुझाव भी उन्होंने दिया। इसके अलावा गंगा स्वच्छता एवं घाटों के सौंदर्यीकरण पर कराए जा रहे कार्यों की समीक्षा अलग-अलग विभागों की तरफ से की गई।