पाकिस्तान हमले में शहीद हुए शहीदों को 39 GTC Varanasi में दी गई श्रद्धांजलि
वाराणसी: बीती रात वाराणसी पहुंचा जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में पाकिस्तानी सेना स्नाइपर हमले में शहीद हुए जेसीओ गमर बहादुर थापा सहित सूबेदार रमन थापा के पार्थिव शरीर। जहां 39 GTC Varanasi में नेपाल से आए शहीद जवानों के परिजनों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
गमगीन रहा 39 GTC Varanasi का परिसर
हम आपको बता दे कि इसके साथ डीएम, एसएसपी और तमाम पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की पर उस दौरान कोई भी जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचा। श्रद्धांजलि के दौरान सारा 39 GTC Varanasi का परिसर गमगीन मौहोल में डूब गया। इसके बाद हरिश्चंद्र घाट के लिए पुष्पगुच्छ से सैन्य ट्रकों से दोनों शहीदों का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए निकला।
नेपाल के थे शहीद सूबेदार गमर बहादुर थापा
बता दे कि 1993 में सेना में शहीद सूबेदार गमर बहादुर थापा भर्ती हुए थे। वह नेपाल के जिला रेपेंदेही के करिहा गांव के निवासी थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी सहित दो पुत्र हैं। जबकि वहीं 1996 में शहीद सूबेदार रमन थापा सम्मलित हुए थे। वह नेपाल के जिला रेपेंदेही के तुलसीपुर गांव के निवासी थे। उनके परिवार में अब उनकी पत्नी व एक पुत्र है।
प्राथमिक उपचार के बाद ले जाया गया 92 बेस अस्पताल
ज्ञात करावा दे कि जेसीओ सूबेदार गमर बहादुर थापा (42) और सूबेदार रमन थापा (39) जमगुंड में भर्ती सेना की पोस्ट पर किए गए पाकिस्तानी स्नाइपर हमले में गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे, उन्हें श्रीनगर के 92 बेस अस्पताल में शुरुआती प्राथमिक उपचार देने के बाद ले जाया गया जहां पर उनकी मृत्यु हो गई थी। शहीदों की दी गई ऐसी श्रद्धांजलि के दौरान जहां 39 GTC Varanasi के परिसर में वहां उपस्थित सभी लोग गमगीन नजर आये वहीं लोगों की आंखों में शहीदों के लिए गर्व भी नजर आया।