ऑनलाइन परीक्षा को बंद करने के लिए उत्तर प्रदेश आई.टी.आई छात्र संघर्ष समिति ने सौपा ज्ञापन  

ऑनलाइन परीक्षा को बंद करने के लिए उत्तर प्रदेश आई.टी.आई छात्र संघर्ष समिति ने सौपा ज्ञापन  

वाराणसी। उत्तर प्रदेश सरकार शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और इस बात पर भी विशेष ध्यान दे रही है कि परीक्षाओं में नकल व्यवस्था को पूर्णतः समाप्त किया जाय। 

नकल पर नकेल कसने के लिए प्रदेश सरकार परीक्षाओं को ऑनलाइन करवाने की प्रक्रिया लागू कर रही है मगर उत्तर प्रदेश आई.टी.आई छात्र संघर्ष समिति के लोगों ने ऑनलाइन परीक्षाओं पर रोक लगाने के लिए आज वाराणसी के जिला मुख्यालय पहुंच कर ज्ञापन सौंपा। 

दरअसल ऑनलाइन परीक्षायें अब विद्यार्थियों के लिए मुसीबत का सबब बन गयी है और इसीकारण आज उत्तर प्रदेश आई.टी.आई छात्र संघर्ष समिति के साथ छात्र छात्राओं ने जिला मुख्यालय पर प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाये। 
छात्रों ने कहा कि पिछले चार वर्षों से घोषित हो रहे परिणामों में त्रुटियां हो रही है जिससे हजारों छात्रों का रिजल्ट में 0 अंक दिख रहे है। अभी तक द्वितीय वर्ष की परीक्षा के परिणाम तक घोषित नहीं किये गए है। 

हमारे कई साथियों के मार्कशीट में पिता के नाम, माता के नाम, जन्म तिथि इत्यादि में आंशिक त्रुटियां है जो पिछले छ: वर्षों से लम्बित है। परंतु विभाग आज तक उसे ठीक नहीं कर पाया। छात्रों ने कहा कि यदि हमारी मांग पुर्ण नही होती है तो हम सभी छात्र-छात्राएँ आनदोलन के लिए बाध्य होंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी। 

“न्यूज़ बकेट पत्रकारिता कर रहे छात्रों का एक छोटा सा समूह है, जो नियमित मनोरंजन गपशप के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. इसके अलावा विभिन्न त्योहारों और अनुष्ठानों में शामिल सौंदर्य, ज्ञान और अनुग्रह के ज्ञान का प्रसार करते हुए भारतीय समाज के लिए मूल्य का प्रसार करते हैं।” 

Vikas Srivastava

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