माशूका की खातिर भारत से की गद्दारी, देता था हिंदुस्तान की खबरें
चंदौली। चंदौली के पड़ाव स्थित चौराहट इलाके से संदिग्ध ISI एजेंट मोहम्मद राशिद अहमद को 19 जनवरी को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद एजेंट राशिद अहमद ने ऐसे खुलासे किये जिसे सुनकर सुरक्षा एजेंसियां भी दंग रह गयी। राशिद ने खुलासा करते हुए बताया कि हनीट्रैप के जरिये भारतीयों सेना के अधिकारियों को फसाने की तैयारी की जा रही थी।
अब तक इन जगहों की दे चुक था जानकारी
राशिद ने खुलासे में बताया कि उसने अब तक वाराणसी के संकटमोचन, काशी विश्वनाथ मंदिर, बीचयू, सारनाथ, एयरपोर्ट, कैंट रेलवे स्टेशन, वाराणसी कलेक्ट्रेट, कचहरी, अस्सी घाट, दशाश्वमेध समेत कई घाटों की जानकरी पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं तक पहुंचाया था।
राशिद ने वाराणसी के अलावा अयोध्या, फ़ैजाबाद, आर्मी-सीआरएफ क्षेत्र, आगरा फोर्ट, गोरखपुर रेलवे स्टेशन, मिर्जापुर,चंदौली, सोनभद्र और अमेठी की तस्वीरें पाकिस्तान में भेजी थी। इन सभी के सुरक्षा एजेंसियों को अलावा प्रयागराज में अर्ध कुम्भ, अजमेर शरीफ के साथ-साथ वाराणसी में पीएम मोदी की रैलियों की तस्वीरें भी राशिद की मोबाईल से मिली है।
परिवार वालें राशिद के कारनामों से अनजान
राशिद के नाना ने बताया कि राशिद केवल कक्षा 8 तक ही पढ़ा लिखा है और परिवार वालों को यह यकीन ही नहीं हो रहा है कि वो एक ISI एजेंट है। पास-पड़ोस के लोगों ने बताया कि पाकिस्तान से लौटने के बाद उसका लोगों से मिलना जुलना भी कम हो गया था।
राशिद के नाना जब्बार का कहना है कि वह बेटी की लड़की शादी में शामिल होने के लिए पाकिस्तान वर्ष 2017 और 2018 में गया था। लेकिन ऐसी किसी तरह की जानकारी उन्हें नहीं है। पास-पड़ोस के लोगों ने बताया कि राशिद गांव में सबसे अच्छा व्यवहार करता था और लोगों से मिलता जुलता था।
लोगों ने बताया कि जब वह पाकिस्तान से लौटकर घर आया तो उसका लोगों से मिलना जुलना कम हो गया। वह बहुत कम घर से बाहर निकलता था। अपने काम से मतलब रखता था लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया कि आखिर वह लोगों से अब कम क्यों मिलने लगा।
पाकिस्तान से करीबी
मिडिया रिपोर्टों के अनुसार राशिद ने खुलासे में बताया कि वह पाकिस्तान में अपने मामा की लड़की से मोहब्बत करता था और इसी के कारण वह ISI एजेंटो के सम्पर्क में आया। राशिद पहली बार 2017 में पाकिस्तान गया और वह एक महीने तक वहीं रहा। उसके बाद 2018 में दूसरी बार मौसी की बेटी की शादी में शामिल होने फिर से पाकिस्तान गया और लगभग 2 महीनों तक रहा।
2018 में मौसी के बेटे शाहजेब ने राशिद को ISI एजेंटों से मिलवाया। ISI के लोगों ने राशिद की शादी का भरोसा दिलवाया और भारत से जुडी जानकारी देने की बात कही। ISI एजेंटो ने भारत की जासूसी के जरिये रशीद को कमाई का जरिया भी दिया।
पाकिस्तान से व्हाट्सएप कनेक्शन
ISI एजेंट के कहने पर राशिद ने 2 भारतीय सिमकार्ड खरीदें और उसकी OTP पाकिस्तान के एजेंटो को दी। पाकिस्तान में बैठे एजेंटो ने OTP के जरिये व्हाट्सएप एक्टिवेट किया और राशिद को सिमकार्ड तोड़ने का हुक्म दिया। इसी व्हाट्सएप के जरिये राशिद यूपी के कई जगहों और सेना से जुड़े फोटो और वीडियो ISI को भेजता था।
न्यूज़ बकेट पत्रकारिता कर रहे छात्रों का एक छोटा सा समूह है, जो नियमित मनोरंजन गपशप के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, इसके अलावा विभिन्न त्योहारों और अनुष्ठानों में शामिल सौंदर्य, ज्ञान और अनुग्रह के ज्ञान का प्रसार करते हुए भारतीय समाज के लिए मूल्य का प्रसार करते हैं।