विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती पर पड़ा कोरोना वायरस का प्रभाव 

विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती पर पड़ा कोरोना वायरस का प्रभाव 

वाराणसी। देश भर में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए जहां एक ओर सभी सार्वजनिक स्थलों पर लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गयी है वहीं अब इसका असर आस्था का केंद्र माने जाने वाले वाराणसी की विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती पर पड़ा है और संयोजक समिति के द्वारा भव्यता के साथ सम्पन्न होने वाली आरती को बंद करने का निर्णय लिया गया है। 

आपको जानकारी के लिए बता दें कि वाराणसी के विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती में हजारों श्रद्धालु आते है जिनमे देशी और विदेशी सैलानी शामिल होते है।

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए गंगा आरती का आयोजन कराने वाली संस्था गंगा सेवा निधि ने अधिक भीड़ होने के कारण बड़े स्तर पर गंगा आरती पर अनिश्चित कालीन रोक लगाकर इसे सांकेतिक रूप से करने का निर्णय लिया गया है। 

गंगा सेवा निधि आयोजक के द्वारा दशाश्वमेध घाट पर होने वाली विश्व प्रसिद्ध मां गंगा की दैनिक आरती का स्वरूप सांकेतिक किया गया। फिलहाल अगले आदेश तक परम्परा का निर्वहन करते सांकेतिक रूप से माँ गंगा की आरती की जाएंगी।  

वाराणसी की विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती बढ़ते कोरोना वायरस की वजह से सिमटी गई है। 

गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत सिंह ने बताया कि वाराणसी के दशाश्मेध घाट पर होने वाली गंगा आरती में 7 ब्राह्मणों के द्वारा आरती की जाती है और 7 प्रकार से आरती की जाती है मगर कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए मां गंगा की अब केवल 1 आरती होगी जिसे ब्राह्मण से कराया जायेगा।  

पर्यटन का हब माने जाने वाले सारनाथ में बुद्ध स्थल पर प्रतिबंध और काशी विश्वनाथ मंदिर में गर्भ गृह में दर्शन पर प्रतिबंध लगाने के बाद जिला प्रशासन का यह सबसे बड़ा फैसला माना जा रहा है। 

न्यूज़ बकेट पत्रकारिता कर रहे छात्रों का एक छोटा सा समूह है, जो नियमित मनोरंजन गपशप के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, इसके अलावा विभिन्न त्योहारों और अनुष्ठानों में शामिल सौंदर्य, ज्ञान और अनुग्रह के ज्ञान का प्रसार करते हुए भारतीय समाज के लिए मूल्य का प्रसार करते हैं। 

Vikas Srivastava

Related articles