फिर से धधक उठा बीएचयू, अपनी मांगो को लेकर छात्रों ने किया रास्ता जाम
वाराणसी: गुरुवार की रात में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर में जमकर हंगामा किया। मामला इतना बिगड़ गया की बिड़ला छात्रावास के सामने छात्रों ने आगजनी तक कर डाली। आगजनी के घटना के पहले उन्होंने धरना दिया और रास्ता जाम कर दिया।
मामले की जानकारी मिलते ही तत्काल पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई। छात्र कार्यवाहक कुलपति डॉ नीरज त्रिपाठी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। बताया जा रहा है कि पिछले कई दिनों से बिड़ला और लाल बहादुर शास्त्री छात्रावास का बंद चल रहा है। इस वजह से छात्रों को खाना नहीं मिल रहा है, साथ ही छात्रों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से छात्रावास में इंटरनेट सेवा भी बाधित है।
इस मुद्दे पर दो दिन पहले भी छात्र बिड़ला छात्रावास के सामने धरनारत बैठे थे, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से इस मामले पर कोई ध्यान नहीं दिया गया जिससे छात्रों का गुस्सा बढ़ गया। वे सड़क पर उतर आए और आगजनी भी की। आपको बता दें कि पिछले चार साल से बीएचयू अव्यवस्था से गुजर रहा है।
पिछले कुछ दिनों से आयेदिन छात्र किसी न किसी मामले को लेकर आंदोलित होते रहते हैं। कभी लाइब्रेरी के नाम पर तो कभी खाने के नाम पर, छात्रावासों में बुनियादी सुविधाओं को लेकर भी कई बार धरना प्रदर्शन कर चुके हैं। लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन उनकी मांगो को अनदेखा कर रहा है।
कुलपति न नियुक्त होने से भी आक्रोशित है छात्र
ऐसे मामलों में छात्र अधिष्ठाता से लेकर चीफ प्रॉक्टर और कुलसचिव तक कुछ भी बोलने को तैयार नहीं होते हैं। छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन केवल अपनी खामियों को छिपाने में जुटा रहता है। उन्होंने सितंबर 2017 की उस घटना को याद करते हुए कहा कि जिस कुलपति के संरक्षण में छात्राओं पर विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मियों और पुलिस ने लाठियां बरसाईं।
आपको बता दे की अक्टूबर से ही विश्वविद्यालय कुलपति विहीन चल रहा है। और छत्रो का कहना है केंद्र सरकार सिर्फ सर्च पर सर्च किए जा रही है, सरकार को जल्दी से जल्दी कुलपति की नियुक्ति करनी चाहिए।