इक तरफ़ पुलिस बता रही थी अधिकार, उधर बदमाशों ने किशोरी को अगवा कर कुएँ में फेका
वाराणसी: एकतरफ जहा पुलिस महिला दिवस के मौके पर पुलिस लोगो को महिला अधिकारों का पाठ पढ़ा रही थी, वही दूसरी तरफ कानून व्यवस्था मुँह चिढ़ाते हुए मनबढ़ाें ने गुरुवार को नैपुराकला क्षेत्र की 14 वर्षीय किशोरी को अगवा करके कुए में धकेल दिया और जब किशोरी शिकायत दर्ज कराने लंका थाने की रमना पुलिस चौकी पर पहुंची तो वहा पुलिसकर्मियों ने भी उसकी बात तक नहीं सुनी और उसे वहा से भगा दिया।
शहर के नैपुराकला निवासी मनोज कुमार का आरोप है कि उनकी बेटी ज्योति कुमारी बुधवार की रात करीब एक बजे टॉयलेट जाने के लिए बाहर निकली थी। घर वापस आते समय पड़ोस के अरविंद कुमार और सचिन कुमार उर्फ लालू ने पीछे से आकर उसे पकड़ लिया। मुंह दबाकर कुछ दूर स्थित एक कुएं के पास उसे ले गए, जहा पहले उसे धमकाया और फिर उसे कुएं में धकेल कर दोनों आरोपी भाग निकले।
हलाकि कुआं सूखा होने की वजह से किशोरी डूबने से तो बच गयी पर जब उसने शोर मचाया तो रात होने के चलते कोई नहीं पहुंचा। सुबह होने पर किसी ने कुएं में उसकी आवाज सुनी तो रस्सी की सहायता से उसे बाहर निकाला गया।
किशोरी के परिवारजन उसको लेकर जब रमना पुलिस चौकी शिकायत दर्ज कराने पहुंचे तो वहां से उन्हें भगा दिया गया। जब लंका थाने पर सुनवाई नहीं हुयी तब वो सीओ भेलूपुर के पास पहुंचे जिसके बाद सीओ ने मामले के जांच के का आदेश दिया। इस बारे में इंस्पेक्टर लंका ने बताया कि मामला पुरानी रंजिश और मुकदमेबाजी का है, पुरे प्रकरण की जांच की रही है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर गई थी, तहरीर के आधार पर हत्या के प्रयास सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आरोपियों का चालान कर दिया गया है।