कागजों पर मानक पूरा न होने के कारण बंद है काशी के कुछ प्रमुख मंदिर
वाराणसी। धर्म की राजधानी काशी में अनेकों अनेक मंदिर है जिनके साथ लोगों के आस्था और विश्वास जुड़े हैं लेकिन कोरोनावायरस की वजह से भगवान के द्वार भी कागज के कुछ पन्नों की वजह से बंद है।
जी हां हम बात कर रहे हैं बनारस के प्रमुख मंदिरों में से एक मंदिर संकट मोचन मंदिर की जो कागजों पर मानक पूरे न हो पाने के कारण मंगलवार को बंद रहा।
कोरोना काल में मानकों और कागज का विशेष ध्यान रखना है, यही वजह है कि भक्त मंदिर प्रांगण तक पहुंच तो रहे हैं लेकिन कागजों के चक्कर में फंसे भगवान के दर्शन में अभी कुछ वक्त बाकी है।
जब तक मानक पूरे नहीं किए जाएंगे तब तक प्रभु भक्तों के लिए ऐसे ही दूर रहेंगे।
इन दिनों लॉक डाउन में श्रद्धालुओं के आस्था और विश्वास में भी कमी आयी है। मंदिरों के बाहर जहां लंबी-लंबी कतारें लगती थी वहां इक्का-दुक्का लोग ही मंदिर या मंदिर के प्रांगण तक पहुंच पा रहे हैं।
ऐसे ही कुछ नजारा बनारस के प्रमुख मंदिर दुर्गा मंदिर का भी था जहां भक्त आए तो थे गिने-चुने लेकिन मंदिर कागज के मानकों पर खरा नहीं उतर पाया जिसकी वजह से मंदिर अभी बंद है।
हालांकि केंद्र और राज्य सरकारों ने मानकों के आधार पर मंदिर को खोलने की परमिशन दे दी है लेकिन डॉक्यूमेंट की कमी और मानकों को पूरा न होने के कारण जिला प्रशासन ने अभी भी बनारस के कुछ प्रमुख धार्मिक स्थलों को बंद रखने के निर्देश दिए है।
अब मंदिर प्रशासन के उपर बड़ी जिम्मेदारी है कि जल्द से जल्द मानकों को पूरा कर कागज के कुछ लाइनों के अनुरूप कर भगवान और भक्त का मिलन करा सके।
इसके लिए प्रयास करना चाहिए हालांकि लॉक डाउन में भक्तों के बीच गिरावट बहुत आई है जिसका नजारा मंदिरों के बाहर देखा जा सकता है।
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