हिंदुत्व की कमजोरी दर्शा रही है जिन्ना की तस्वीर
एएमयू में चल रहा विरोध थमने का नाम ही नहीं रहा है, धीरे धीरे ये मुद्दा राजनीती मंच में बदल रहा है। अलग अलग नेता इस पर अलग अलग टिप्पड़ी कर मुद्दा को राजनीती पटल पर खींचने की कोशिस कर रहे है। गौरतलब हो की 2019 में लोकसभा का चुनाव होने वाला है।
भाजपा के चर्चित बैरिया क्षेत्र के विधायक सुरेंद्र सिंह ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में पाकिस्तान के राष्ट्रपिता कहे जाने वाले मुहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर लगे होने को ‘हिन्दुत्व’ के कमजोर होने का नतीजा करार दिया है।
सिंह ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में जिन्ना की तस्वीर लगाये जाने और मांग के बावजूद उसे नहीं हटाना कमजोर हिंदुत्व का नतीजा है और इसके साथ ही यह भी कहा कि इस विश्वविद्यालय में हिंदुओ का वर्चस्व नहीं है, इसलिये वहां अभी तक जिन्ना की तस्वीर लगी हुई है।
उन्होंने कहा कि राजनैतिक दुर्बलता के कारण पाक परस्त ताकतों के विरुद्ध समुचित कार्रवाई नही हो पा रही है। जिन राज्यों में भाजपा की सरकार है, वहां पाकिस्तान की हिमायत करने वाली शक्तियां कमजोर हो रही हैं।
कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या के इस्तीफा की मांग
उन्होंने कथित रूप से जिन्ना को अच्छी शख्सियत बताने वाले उत्तर प्रदेश के काबीना मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग करते हुए कहा कि अगर जिन्ना मौर्य के आदर्श हैं तो उन्हें योगी मंत्रिमंडल से तत्काल नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिये। जिन्ना मौर्य की नजर में महापुरुष हो सकते हैं, किसी राष्ट्र भक्त की नजर में नहीं।
यह पूछे जाने पर कि जिन्ना को शख्सियत करार देने के बाद भी मौर्य कैसे योगी सरकार में मंत्री बने हुए हैं, विधायक ने कहा कि कांटे से ही कांटा को निकाला जाता है। अब समय आ गया है कि छोटे कांटे को भी निकाल फेंका जाय।