बीएचयू की छात्राओ ने फिर से शुरू किया आंदोलन, दी विश्वविद्यालय को चेतावनी
वाराणसी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में एक बार फिर से माहौल गर्माने लगा है अपनी मांगो को लेकर छात्रोंओ ने फिर से विश्वविद्यालय को चेतावनी दी है और कहा है यदि उनकी मांगे न मानी गयी तो वह फिर से आंदोलन करेंगी एमएमवी प्रशासन पर सुविधाओ की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए खाने-पिने और अन्य सुविधाओं के अनदेखी का आरोप लगाया है।
इससे पहले भी छात्राये सितम्बर में आंदोलन कर चुकी है जिसको लेकर काफी बवाल हुआ था जिसमे मामला तोड़फोड़ और आगजनी तक पहुंच गया था। जिसको शांत करने के प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी और प्रधानमंत्री के दौरे को देखते हुए मामले को दबाने का प्रयास किया गया था जिसमे बीएचयू में वामपंथी विचारधाराओ द्वारा साज़िश रचने और विश्वविद्यालय की छवि को धूमिल करने का आरोप लगा था।
ये है छात्राओं का आरोप
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बीएचयू प्रशासन एक बार फिर अपने पुराने रवैये पर अड़े हुए हाथ पर हाथ धरे बैठा हैं बीएचयू प्रशासन की तरफ से अभी तक कोई भी जिम्मेदार कर्मचारी या अधिकारी ने छात्राओं की मांगो और समस्याओ के समाधान के लिए उनसे संवाद नहीं किया है। धरनारत छात्राओं का कहना हैं कि अवकाश की आड़ में मेस संचालको द्वारा छात्राओं से अवैध धन वसूली की जा रही हैं।
आपको बता दे की सितम्बर 2017 में छात्राओं द्वारा छेड़खानी के विरोध में कशी हिन्दू विश्वविद्यालय के भीतर शांतिपूर्ण रूप से प्रदर्शन किया जा रहा था जिसने बाद में चलकर उग्र रूप धारण कर लिया जिसको लेकर छात्रों और प्रशासन में टकराव हुआ और विश्वविद्यालय के ऊपर मामले को सही ढंग से समाधान नहीं करने का आरोप लगा जिसके बाद बीएचयू के प्रोफ़ेसर और चीफ प्रॉक्टर ओ एन सिंह को इस्तीफा तक देना पड़ा था।