पुदीना है मुंह सम्बंधित समस्याओं के साथ ही माइग्रेन तक में लाभदायक
पुदीने को लोग एक बहुत उपयोगकारी औषधि मानते है। जहां एक तरफ पुदीने से चटनी बनायी जाती है वही जलजीरा बनाने में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। सिर्फ इतना ही नहीं पुदीने का इस्तेमाल चुइंग गम, टूथपेस्ट और माउथ वाश में स्वाद लाने के लिए भी जाता है। पुदीने को बहुत सारी एंटी-बायोटिक दवाओं में भी काम में लिया जाता है। तो चलिए आज हम बता देते है पुदीने के बहुत सारे महत्वपूर्ण फायदों के बारे में…
सिर दर्द की भगाएं दूर – यदि आपको सिर दर्द माइग्रेन तनाव संबंधी सिर दर्द ऐसा कुछ भी है तो पुदीना लाभदायक है। यदि आपको सर दर्द है तो उसको दूर करने के लिए जैतून का तेल या अन्य तेल में पुदीने के रस की कुछ बुँदे मिलाएं और इसे अपनी गर्दन के पिछले हिस्से और कनपटी पर लगायें। पन्द्रह से बीस मिनट तक इससे मसाज करें और इसके साथ ही इसकी सुगंध का भी मजा लें। इससे आपके दिमाग पर सकरात्मक प्रभाव पड़ते हैं।
सर्दी जुकाम में लाभदायक – यदि आपको सर्दी जुकाम होने की समस्या है तो पुदीने का रस आपके लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें आप काली मिर्च और थोडा सा काला नमक मिला लें। इस चाय को भी उसी तरह बनाया जाता है जैसे दूसरी चाय बनती है। पुदीने से बनी हुई चाय सर्दी जुकाम और खांसी व बुखार में बहुत जल्द राहत दिलाती है।
मुंहासों के लिए लाभदायक – यदि आपको मुंहासों सम्बंधित समस्या है तो इसके लिए पुदीने के ताजे पत्तों का रस निकालें और अपने त्वचा पर रगड़ें लाभ मिलेगा। कुछ समय के लिए इसे छोड़ दे और बाद में साफ़ पानी के साथ अपना चेहरा धो लें। आपको फर्क खुद नजर आयेगा। पुदीने में प्रबल एंटी इन्फ्लेमेट्री, जीवाणुरोधी और एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाएं जाते हैं, जो मुंहासों वाली त्वचा को चमकदार दिखाते हैं।
बालों का विकास के लिए फायदेमंद – पुदीना आपके बालों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह बालों के विकास को बढ़ाता है और रुसी का भी जमकर विरोध करता है। इसके लिए पुदीने के तेल की कुछ बुंदे नारियल के तेल या जैतून के तेल में मिला लें। फिर इस मिश्रण से अपने बालों में मसाज करें कुछ समय तक इसे बालों में लगा रहने दें और बाद में अपने बाल शैम्पू के साथ धो लें। यह प्रक्रिया हफ्ते में एक या दो बार जरुर करें।
पाचन क्रिया को उत्तेजित करें – हमेशा से ही पुदीने का उपयोग अपच के लिए किया जाता है। पुदीना पाचन क्रिया को उत्तेजित करने के लिए एंजाइम को बढ़ाता है। यह पेट की मांसपेशियों को रिलेक्स करने में सहायता करता है। पित्त रस के प्रवाह को बढ़ाता है एवं पाचन क्रिया में सुधार करता है। इसके लिए हर रोज पुदीने की चाय का सेवन करना चाहिए इसके साथ ही अपच का इलाज करने के लिए एक गिलास गर्म पानी में पुदीने के रस की कुछ बुँदे डालें और खाना खाने के बाद इसे पी लें।
मुंह के लिए फायदेमंद – पुदीने में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। जिस कारण यह मुंह के बैक्टीरिया को रोकने में मदद करता है और दांतों की सड़न एवं मसूड़ों की बीमारी सम्बंधित समस्या से भी यह हमें बचाता है। पुदीना हमारी सांस को तरोताजा करने का भी काम करता है। मुंह की समस्या को दूर करने के लिए पुदीने की चार पांच पत्तियों को चबाएं। आप चाहे तो इस समस्या के लिए पुदीने युक्त मंजन का भी इस्तेमाल कर सकते हैं लाभ मिलेगा।
उम्मीद है आप अपनी इस तरह की समस्याओं को दूर भागने के लिए पुदीने का उपयोग करेंगे।