काली मिर्च के फायदे
अगर हम गर्म मसलों की बात करे तो काली मिर्च का जिक्र न हो भला ऐसा कैसे हो सकता है। काली मिर्च सुगंधित स्फूर्तिदायक एवं उत्तेजक बीज है। काली मिर्च का उपयोग भारत एवं समस्त देशों में किया ही जाता है। काली मिर्च का उपयोग मसालों के रूप में तो होता ही है साथ ही इसका उपयोग विभिन्न प्रकार की बीमारियों को भी दूर भागने में किया ही जाता है। तो चलिए हम आपको बता देते है काली मिर्च के सेहतमंद फायदे जिनको जान आप हो जाएगे इसके इस्तेमाल के आदि…
कैंसर के खतरे से बचाव – काली मिर्च में पाइपराइन नामक तत्व पाया जाता है जोकि कैंसर होने से बचाता है।
खांसी, जुकाम जैसी बीमारियों में असरदायक – काली मिर्च का उपयोग हमेशा से ही जुकाम, खांसी, बंद नाक, ठंडी लगने जैसी बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है। अदरक-काली मिर्च-तुलसी-शहद का काढ़ा पीना या फिर कूटकर चाय के साथ उबाल कर पीने से भी इन बीमारियों में लाभ मिलता है।
टेंशन, डिप्रेशन दूर करने में सहायक – यदि आपको टेंशन है या डिप्रेशन की समस्या है तो काली मिर्च के पाइपराइन नामक तत्व में एंटी-डिप्रेसंट गुण पाए जाते हैं जोकि टेंशन एवं डिप्रेशन दूर करते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं यह तंत्रिका तन्त्र को सजग करता है एवं स्वस्थ रखता है।
पेट सम्बन्धी बीमारियों में सहायक – काली मिर्च में पाइपराइन नामक तत्व पाया जाता है जो कि भोजन पचाने में सहायता करता है जिससे पेट सम्बन्धी कई बीमारियां ठीक हो जाती है। यह पेट में पाए जाने वाले हाइड्रोक्लोरिक एसिड का स्राव तेज करता है, जिससे पाचन अच्छे से हो सके। पाचन सही हो तो पेट की अधिकतर बीमारियाँ होती ही नहीं, इतना ही नहीं काली मिर्च पेट में गैस बनने की सम्भावना को दूर करता है। सभी आयुर्वेदिक पाचक चूर्ण और गोली में काली मिर्च अवश्य ही प्रयोग होता है।
त्वचा रोग में सहायक – काली मिर्च विटिलिगो त्वचा रोग जैसे चेहरे पर महीन लाइन, सिकुड़न और अन्य स्किन समस्याओं को ठीक करने में सहायक माना जाता है।
रूसी की समस्या दूर करने में सहायक – यदि आपके सर में डैंड्रफ की समस्या है तो इस समस्या को दूर करने के लिए 1 चम्मच पीसी काली मिर्च चूर्ण को दही में मिलाकर आप अपने सर की त्वचा में लगायें। आधे घंटे लगे रहने के बाद पानी से धो दें। इसके अगले दिन बाल शैम्पू से धो दें।
विषैले टोक्सिन तत्व निकालने में सहायक – शरीर के विषैले टोक्सिन तत्व, अनावश्यक यूरिक एसिड, बढ़ा हुआ नमक की मात्रा को शरीर से बाहर निकालने में भी काली मिर्च मदद करता है क्योंकि काली मिर्च में डाईयूरेटिक, डाईअफोरेटिक गुण पाए जाते हैं।
स्वांस सम्बन्धी रोगों को करें दूर – काली मिर्च का एंटी बैक्टीरियल गुण स्वांस सम्बन्धी रोगों को भी दूर करने में मदद करता है। काली मिर्च में विटामिन A, विटामिन C, एंटी-ओक्सिडेंट, फलेवोनोइडस पाए जाते हैं।
वजन घटाने में सहायक – काली मिर्च हमारे मेटाबोलिज्म को तेज करता है। मेटाबोलिज्म तेज होने से अनावश्यक मोटापा एवं कैलोरीज नष्ट होती हैं इसलिए यदि आप वजन घटाने के इच्छुक हैं तो काली मिर्च को अपनी डाइट में अवश्य शामिल करें।
आर्थराइटिस, गाउट, गठिया रोग में उपयोगी – काली मिर्च का तेल भी बहुत फायदेमंद होता है। बाजार में काली मिर्च एसेंशियल आयल मिलता है। इस तेल की प्रवृत्ति गर्म होती है। इस तेल की मालिश करने पर रक्त संचार तेज होता है, जिससे आर्थराइटिस, गाउट, गठिया रोग में राहत मिलती है।
दंत रोग में सहायक – यदि आपके दांतो में दर्द है तो भी काली मिर्च फायदेमंद होती है। दंत रोग से बचाने में यह सहायक होती है इसीलिए आयुर्वेदिक दंत मंजन चूर्ण में काली मिर्च अवश्य प्रयोग होता है।
उम्मीद है काली मिर्च के इतने सारे फायदे जानकार आप इसका उपयोग जरूर ही करेंगे।