भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने लोकतंत्र बचाओं को लेकर निकला मार्च 

भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने लोकतंत्र बचाओं को लेकर निकला मार्च 

वाराणसी। भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने संविधान दिवस के अवसर पर लोकतंत्र बचाओं मार्च निकाला। भाकपा माले के वक्ता मनीष शर्मा ने बताया कि इस मार्च के माध्यम से हम लोगों ने बीएचयू प्रोफेसर नियुक्ति पर बवाल करने वाले छात्रों को यह संदेश दिया कि गुरु का स्थान सर्वोत्तम होता है और गुरु की कोई धर्म या जाति नहीं होती। 

मनीष शर्मा ने कहा कि इस सरकार में हिन्दू और मुस्लिम पर विवाद हो रहा है। अब शिक्षकों को भी हिन्दू और मुस्लिम के नजरिये से देखा जा रहा है जोकि पूर्ण रूप से गलत है। मनीष शर्मा ने सरकार से प्रोफेसर फिरोज खान को सुरक्षा देने की मांग की। 

मनीष शर्मा ने नागरिकता संशोधन विधेयक को संविधान के विरुद्ध बताया और अयोध्या राम मंदिर पर आये फैसले पर सुप्रीम कोर्ट से पुनः विचार करने की मांग की। कश्मीर में लोकतंत्र की बहाली की मांग करते हुए कहा कि मोदी सरकार में संविधान पर जो एक तरफा हमला हो रहा है वो देश के लिए घातक है। 

“न्यूज़ बकेट पत्रकारिता कर रहे छात्रों का एक छोटा सा समूह है, जो नियमित मनोरंजन गपशप के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. इसके अलावा विभिन्न त्योहारों और अनुष्ठानों में शामिल सौंदर्य, ज्ञान और अनुग्रह के ज्ञान का प्रसार करते हुए भारतीय समाज के लिए मूल्य का प्रसार करते हैं।” 

Vikas Srivastava

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