सीबीएसई पेपर लीक मामले में बड़ा फैसला, अब दोबारा नहीं होगी गणित की परीक्षा
बुधवार को सीबीएसई पेपर लीक मामले में दायर सभी 5 याचिकाओं को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया।जिसमे 25 अप्रैल को 12वीं क्लास के इकोनॉमिक्स पेपर को फिर से कराने के फैसले को चुनौती दिया गया था। कोर्ट ने आदेश दिया कि यह मामला कोर्ट के कार्यक्षेत्र में नहीं आता है। आप को बता दे कि बोर्ड ने पेपर लीक की बात स्वीकार करते हुए 12वीं के एक पेपर को दोबारा कराने को कहा है।और 10वीं मैथ्स का री-एग्जाम अब कहीं भी नहीं होगा।
हमारी जानकारी के मुताबिक ‘दोबारा परीक्षाएं कराने का फैसला सीबीएसई का है। जस्टिस एसए बोबडे और जस्टिस एल नागेश्वर राव की बेंच ने दलीलें सुनने के बाद कहा है जस्टिस बोबडे ने कहा कि क्वेश्चन पेपर लीक से बुरे असर की चिंता करना कार्यपालिका का काम होता है। यह मामला ऐसा नहीं लगता कि कोर्ट के कार्यक्षेत्र में आता होगा।
हालांकि पेपर लीक मामले में कई तरह की मांगें दीपक कंसल और कोच्चि के छात्रा रोहन मैथ्यू की ओर से दायर याचिकाओं मे कहा गया था। फिर से पेपर कराने की बजाय पुरानी परीक्षा के आधार पर ही नतीजे घोषित करे सीबीआई को जांच के लिए कहा जाए। केरल के कोच्चि शहर के दसवीं के छात्र रोहन मैथ्यू ने दूसरी याचिका दायर की है।
याचिका में 1 लाख रूपये के जुर्माने मांग
वकील अलख आलोक श्रीवास्तव ने तीसरी याचिका में कहा कि 12वीं की परीक्षा देने वाले छात्रों को मानसिक परेशानी, तनाव और असुविधा झेलनी पड़ती है। पेपर लीक हो जाने के कारण इसलिए एक-एक लाख रुपए का हर्जाना साल नुकसान होने पर दिया जाना चाहिए।साथ ही बोर्ड सब परीक्षा फिर से कराए।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एक उच्च स्तरीय कमेटी सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं की प्रक्रिया समझने के लिए बनाई है, इसके चेयरमैन मंत्रालय के सचिव वीएस ओबेरॉय हैं। मंत्रालय को 31 मई तक रिपोर्ट सौंपी जाएगी। परीक्षा में टेक्नोलॉजी को शामिल किया जाए। कमेटी परीक्षा में पेपर लीक रोकने के उपाय किये जाएगा।
नहीं पहुंच पा है ठोस नतीजों पे
दिल्ली पुलिस इकोनॉमिक्स पेपर लीक की जांच कर रही उस मेन माड्यूल का कोई सुराग नहीं मिल सका है,जिससे पुलिस इस पूरे रैकेट का भंडाफोड़ सके। पुलिस सरगना तक नहीं पहुंच पा रही है, 150 से ज्यादा फोन नंबर के लिस्ट निकले गए है।दरअसल, वाॅट्सएप ग्रुप पर लीक हुए पेपर का दायरा इतना बड़ा है की कोई ठोस नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सका।
हालांकि, पुलिस रविवार को आधे या पौने घंटे पहले लीक पेपर के स्रोत तक पहुंच गई। इस मामले में दो टीचर और एक ट्यूटर को गिरफ्तारी हुई,लेकिन अभी भी कुछ बड़े लोग इसमे शामिल है जिनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है।