संघ प्रमुख के कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस ने दी चेतावनी कहा यदि बात न मानी गयी तो करेंगे उग्र आंदोलन
वाराणसी: संघ प्रमुख के वाराणसी दौरे को लेकर शुरू हुआ सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है संघ प्रमुख द्वारा सेना पर दिये गये बयान को लेकर मचे सियासी घमासान के बाद अब वाराणसी में उनके एक सरकारी भवन में रुकने पर विरोधियों खासकर कांग्रेस पार्टी ने एतराज जता दिया है। चर्चाएं होने लगी हैं कि किसी गैर सरकारी संस्था को 6 दिनों तक के लिए कैसे एक सरकारी बिल्डिंग सौंप दी गयी।
जिलाधिकारी से मिलकर दर्ज़ कराया विरोध
कांग्रेस का एक प्रतिनिधि मंडल वाराणसी जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्रा से मिला और राज्यपाल को ज्ञापन देकर विरोध दर्ज कराया कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने संघ प्रमुख के ट्रेड फैसिलिटी सेंटर में रुकने पर कड़ा एतराज जताया है।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष, पूर्व विधयक अजय राय और पूर्व सांसद राजेश मिश्रा के अनुसार सरकार सत्ता के दुरपयोग पर उतर आयी है यदि हमारी मांगे नहीं मानी गयी तो कांग्रेस उग्र प्रदर्शन करने से पीछे नहीं हटेगी संघ के लोग स्कूलों-कॉलेजों में तो अपनी शाखाएं लगाकर उसका राजनीतिकरण कर रही रहे हैं अब गरीबों और बुनकरों के लिए बनाये गये ट्रेड फैसिलिटी सेंटर का भी राजनीतिक इस्तेमाल किया जा रहा है, जो नाकाबिले बर्दाश्त है। उन्होंने सीधे-सीधे इसपर आपत्ति जताते हुए कहा कि ट्रेड फैसिलिटी सेंटर का इस्तेमाल संघ की गतिविधियों के लिये किया जाना, पूर्वांचल के बुनकरों और हस्तशिल्पियों का मजाक उड़ाना है।
जिलाधिकारी को ज्ञापन सौपते पूर्व विधायक अजय राय व सांसद राजेश मिश्रा
इस घटना के पुरे बवाल का कारण संघ प्रमुख मोहन भागवत द्वारा काशी प्रवास के दौरान लालपुर स्थित ट्रेड फेसिलिटी सेंटर संघ में रुकना है , क्योंकि इस ट्रेड फेसिलिटी सेंटर को ‘संघ के मुख्यालय’ का रूप दिया जा रहा है।संघ के प्रमुख स्वयंसेवकों के अनुसार पंडित दीनदयाल ट्रेड फेसिलिटी सेंटर में संघ प्रमुख सहित सभी बड़े स्वयंसेवक व प्रचारक प्रवास करेंगे।
साथ ही इसी फेसिलिटी सेंटर में संघ प्रमुख 16 फरवरी को काशी, गोरक्ष और अवध प्रांत के प्रतिनिधियों के साथ बैठक भी करेंगे। इस बैठक में प्रमुख लोकसभा सीटों की पिछले 4 साल की रिपोर्ट भी मोहन भागवत लेंगे |