डीएचएफएल घोटाले को लेकर विद्युत कर्मचारियों ने जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन
वाराणसी। कचहरी स्तिथ जिला अधिकारी कार्यालय के बाहर उत्तर प्रदेश के विद्युत कर्मचारियों ने धरना दिया। डीएचएफएल घोटाले को लेकर कर्मियों में गुस्सा साफ देखने को मिल रहा था।
दरअसल विभाग में कार्यरत जूनियर इंजीनियरों, प्रोन्नत अभियंता एवं अन्य कार्मिकों के सामान्य भविष्य निधि जीपीएफ, अंशदाई भविष्य निधि सीपीएफ के जमा धन को दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड में निवेशित कर दिया गया था।
ट्रस्ट के नियमानुसार कर्मचारियों के भविष्य निधि धन का निवेश भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार वित्तीय संस्थान कंपनी के धन नियोजित किए जाने की सीमा का उल्लंघन कर निर्धारित सीमा 50% से ज्यादा धन का निवेश डीएचएफएल में वर्ष 2017 से 2018 के मध्य कर दिया गया था।
आपको बता दें कि वर्तमान समय में दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड दिवालिया होने के कगार पर पहुंच चुकी हैं।
उच्च न्यायालय द्वारा कंपनी के खातों से किसी भी प्रकार के लेन-देन पर रोक लगा दिये जाने के कारण उत्तर प्रदेश पावर सेक्टर के कार्यों के भविष्य निधि का लगभग ₹22 सौ करोड रुपए फस चुका हैं।
जिससे अपर अभियंता, अपूर्णांक अभियंता और अन्य सभी कार्मिकों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। इसको लेकर आज सैकड़ों कर्मचारी ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौपा।
कर्मचारियों की मांग है कि कर्मचारियों के भविष्य निधि का पैसा सरकार वापस करवाएं।
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