ऑपरेशन के लिए मिला पांच साल बाद की डेट, दिल्ली एम्स का वेटिंग ग्राफ ऊपर चढ़ा

ऑपरेशन के लिए मिला पांच साल बाद की डेट, दिल्ली एम्स का वेटिंग ग्राफ ऊपर चढ़ा

अगर आप दिल्ली स्थित एम्स (आल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस ) में इलाज के लिए जाने वाले है तो थोड़ा ठहरिये, ये खबर आपके कदम को रोक सकते है। एम्स में दिल के ऑपरेशन के लिए पांच साल का इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि संस्थान मरीजों की वेटिंग से कई गुना ज्यादा ओवरलोड हो चुका है। आमतौर पर दो से तीन वर्ष तक की वेटिंग रखने वाले इस संस्थान में अब ग्राफ पांच वर्ष से ऊपर पहुंच चुका है।

2023 के बाद आएगा नंबर

यानि फिलहाल किसी मरीज को तत्काल ऑपरेशन कराना हो तो वर्ष 2023 के बाद ही एम्स में ये सुविधा मिल सकती है। ऐसा ही केस चार माह की बच्ची के रूप में सामने आया है। त्रिशा नाम की इस बच्ची के दिल में छेद है और ये ऑपरेशन कराने के लिए एम्स पहुंची थी, जहां उसे 2023 की डेट मिली। हालांकि एम्स प्रबंधन के एक अधिकारी ने बताया कि कुछ मामलों में मरीज ज्यादा होने की वजह से वेटिंग पांच वर्ष पार कर चुकी है। इसे लेकर तमाम प्रयास किए जा रहे हैं।

बता दें कि मरीजों की लंबी वेटिंग एम्स के लिए वर्षों से चुनौती बनी हुई है जोकि लगातार बढ़ती जा रही है। इसे कम करने के लिए एम्स ने दो वर्ष पहले ऑनलाइन ओपीडी रजिस्ट्रेशन और वीडियो सलाह तक शुरू की लेकिन ऑपरेशन के लिए वेटिंग को प्रबंधन कम न कर सका। एम्स के ही डॉक्टरों की मानें तो अगर यही स्थिति रही हो अगले एक से दो साल के भीतर एम्स में वेटिंग का स्तर आठ वर्ष से ऊपर भी पहुंच सकता है।

कई विभागों में वेटिंग तीन साल से ज्यादा

एम्स के सूत्रों की मानें तो दिल ही नहीं, बल्कि मस्तिष्क से जुड़ी बीमारियों को लेकर भी एम्स में काफी लंबी वेटिंग है। बताया जा रहा है कि कई विभागों में तीन साल से ज्यादा की वेटिंग चल रही है। सीटीवीएस के एक वरिष्ठ डॉक्टर का कहना है कि सीमित संसाधन और स्टाफ के साथ मरीजों की भीड़ हर दिन बढ़ना मुख्य वजह है। वेटिंग कम करने के लिए प्रबंधन के तमाम प्रयास वास्तविकता में फेल साबित हो रहे हैं।

Mithilesh Patel

After completing B.Tech from NIET and MBA from Cardiff University, Mithilesh Patel did Journalism and now he writes as an independent journalist.