कोविड-19 के मरीजों के गंगाजल के उपयोग पर संशय, नही मौजूद वैज्ञानिक आकड़े

कोविड-19 के मरीजों के गंगाजल के उपयोग पर संशय, नही मौजूद वैज्ञानिक आकड़े

वाराणसी। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ने कोविड-19 के मरीजों को गंगाजल के उपयोग के प्रस्ताव को आगे बढ़ाने पर रोक लगा दी है।

कोविड-19 के मरीजों पर गंगाजल के उपयोग पर क्लिनिकल अनुसंधान करने के जल शक्ति मंत्रालय के प्रस्ताव को आगे नही बढ़ाने का फैसला लिया गया है।

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के प्रस्तावों का मूल्यांकन करने वाली समिति ने पुख्ता आकड़ो के अभाव में कोरोना के इलाज में गंगाजल का उपयोग न करने की सलाह दी है।

गंगा के निर्मलीकरण को लेकर अब तक हजारों करोड़ खर्च किया जा चुका है। ऐसे में अगर प्रॉपर रिसर्च के बाद भी आकड़े यदि नही है तो फिर गंगा पर इते खर्च करने का मतलब समझ नही आता।

गंगा महासभा के राष्ट्रीय सचिव स्वामी जितेंद्रनन्द ने कहा कि 2,525 किलोमीटर  के दायरे में बहने वाली गंगा के सम्बन्ध में कोई डेटा बैंक नही होना आश्चर्यजनक है। उन्होंने गंगा मंत्रालय के मंत्री गजेंद्र शेखावत से गंगा पर प्रॉपर रिसर्च की मांग की है।

दोस्तों, गंगा के जल पर ये इन विचारकों और पदाधिकारियों का सिर्फ मत है इसकी पुष्टि न्यूज बकेट बिल्कुल नही करता है।

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Vikas Srivastava

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