प्रेमी के चक्कर मे मासूम प्रेमिका ने लगाई फाँसी
बदलापुर, जौनपुर: एक मासूम नाबालिक 17 वर्षीय छात्रा ने अपने प्रेमी के चक्कर मे फाँसी लगा ली, जिस समय वह फाँसी लगाकर आत्महत्या करना चाह रही थी उसी समय उसके परिजन खिड़की से एकाएक देख लिए और आनन फानन में दरवाजे को तोड़ करके उसे पंखे से लटकते हुए नीचे उतारा और आनन फानन में उसे जौनपुर के हॉस्पिटल में भर्ती करवाया जहाँ पर हालत काफी नाजुक होने पर उसे वाराणसी रेफर कर दिया गया। वाराणसी के डाक्टरो ने 17 वर्षीय छात्रा का जान काफी कड़ी मसक्कत के बाद हालत को अपने काबू में किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद जौनपुर के हकारपुर थाना बदलापुर की निवासिनी काल्पनिक नाम कक्षा 12 की छात्रा महिमा पुत्री ओमप्रकाश की पुत्री एकाएक कल रात्रि 12बजे के करीब घर मे मोबाइल से बात करते एकाएक खूब जोर जोर से रोने बिलखने लगी, उस समय सब घर मे सो रहे थे कि उसी बीच 17 वर्षीय छात्रा ने दुपट्टे के सहारे पंखे से लटक गई, इतने में परिजन दरवाजे को खोलवाने चाहे लेकिन दरवाजा नही खुला तो लोग खिड़की से देखे तो वह पंखे से लटकती हुई दिखाई दी, आनन फानन में परिजनों ने दरवाजे को तोड़कर के उसे पंखे से नीचे उतारा और जौनपुर के हॉस्पिटल में भर्ती करवाया जहाँ पर हालत नाजुक होने पर उसे वाराणसी के शिवपुर स्थित नोवा हॉस्पिटल एन्ड ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया गया जहा पर उसकी हालत काबू में है।
पूछताछ में परिजनों ने बताया कि बच्ची किसी लड़के से रात में बात कर रही थी कि एकाएक बात करते करते वह जोर जोर से रोने लगी जब हम लोग रोने की आवाज सुने तो उठ गए और कमरे के पास गए तो दरवाजा नही खुला फिर खिड़की के सहारे देखा गया तो वह पंखे से दुपट्टे के सहारे लटकी दिखाई दी,फिर दरवाजे को तोड़करके उसे बाहर निकाले और जौनपुर ले करके आया गया जहां पर वाराणसी के नोवा हॉस्पिटल रेफर किया गया जहाँ पर अब मेरी बच्ची को डाक्टरो ने इलाज करके ठीक किया,उधर हॉस्पिटल के डॉक्टर राकेश शर्मा से पूछताछ करने पर बताये कि हैंगिंग तत्काल होने पर इलाज तत्काल होने पर किसी भी मरीज की जान इलाज से बचाई जा सकती है, यह छात्रा जिस समय फाँसी लगाई उसी समय इसके परिजनों ने इसको नीचे उतार करके इलाज करवाना चालू कर दिया जिससे इसको खतरे से बाहर कर लिया गया है।