काशी में कृषि, सेवा और उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा: केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु

काशी में कृषि, सेवा और उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा: केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु

कोई भी अच्छा काम अच्छी जगह से किया जाता है तो सफलता मिलती है। लोग मोक्ष पाने के लिए काशी आते हैं, उसी तरह हम देश की समस्याओं से मोक्ष पाने के लिए काशी से योजना का शुभारंभ कर रहे हैं। इससे पहले आईआईएम लखनऊ और जिला प्रशासन की ओर से विकास की संभावनाओं पर पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन किया गया। उक्त बाते केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु द्वारा वाराणसी मंडलायुक्त सभागार में आयोजित बैठक में कहा। उन्होंने उन्होंने बोला की देश के विकास में यह योजना मील का पत्थर साबित होगा।

पायलट प्रोजेक्ट का हुआ शुभारम्भ

सोमवार को वाराणसी पहुंचे केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने वाराणसी के साथ देश के अन्य जिलों की विकास दर को बढ़ाने की योजना को बनारस से शुभारम्भ किया। पायलट प्रोजेक्ट के तहत वाराणसी के अलावा देश के पांच जिलों में भारतीय प्रबंधन संस्थान की मदद से कृषि, सेवा और उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा। इससे पहले आईआईएम लखनऊ और जिला प्रशासन की ओर से विकास की संभावनाओं पर पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन किया गया।

यूपी सहित अन्य प्रदेश में प्रोजेक्ट का विस्तार

उत्तर प्रदेश में बनारस के बाद बिहार के मुजफ्फरपुर, हिमाचल के सलोन, आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम और महाराष्ट्र के रत्नागिरी व सिंधुदुर्ग में सोमवार को इस योजना को शुरू किया गया। इसमें भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) लखनऊ वाराणसी में उद्योगों के विस्तार की संभावना की तलाश करेगा। इस पर दो फेज में काम होगा। पहले फेज में तीन महीने के भीतर जिला प्रशासन और शेयर धारकों के सहयोग से जिला योजना बनाई जाएगी। दूसरे फेज में जिला प्रशासन की मेंटरिंग में इसका क्रियान्वयन होगा।

किसानो को मिलेगा सीधा लाभ

बैठक में केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि छह जिलों में यह योजना पूरी तरफ सफल साबित होगी। इसके बाद देश के अन्य जिलों में इस योजना को चलाया जायेगा। नयी योजना में कृषि क्षेत्र को भी शामिल किया है, इसका सीधा लाभ किसानों को मिलेगा। किसानों की आमदनी बढ़ने से हमारा कृषि क्षेत्र मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि हम जिलों को इतना सक्षम बना देंगे कि अब जिलों में सीधे निवेश में बढ़ोतरी हो। यह तभी संभव होगा जब जिले की जीडीपी तेजी से विकास करेगी। सेवा क्षेत्र को बढ़ाने की जरूरत है। नयी योजना से औद्योगिक उत्पादन भी बढ़ेगा।

जनता से लेंगे सीधे फीडबैक

वाराणसी की विकास दर को बढ़ाने के लिए पर्यटन, हैंडीक्राफ्ट, कृषि, मत्स्य, पशुपालन और स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोत्तरी की संभावना तलाशने के लिए आईआईएम लखनऊ सर्वे करेगा। इसमें उद्यमियों, व्यापारियों और आम लोगों से सीधा संवाद कर फीडबैक लिया जाएगा। इसी आधार पर योजना बनाकर उसका क्रियान्वयन किया जाएगा।

Mithilesh Patel

After completing B.Tech from NIET and MBA from Cardiff University, Mithilesh Patel did Journalism and now he writes as an independent journalist.