काशी विश्वनाथ में स्पर्श दर्शन के लिए अब होगा ड्रेस कोड
वाराणसी। काशी विद्वत परिषद की बैठक में हुए कई अहम निर्णय लिए गए। काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए अब निर्धारित होगा ड्रेस कोड। पुरुष धोती कुर्ता और महिलाएं साड़ी में कर सकेंगी स्पर्श दर्शन।
उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी ने कहा कि वैदिक केंद्र में पौरोहित प्रशिक्षण केंद्र खोला जाएगा, जिसमें सभी शास्त्री को कर्मकांड करने की शिक्षा, कंप्यूटर शिक्षा और अंग्रेजी की शिक्षा का तीन-तीन माह का कोर्स कराया जाएगा।
विश्वनाथ कॉरिडोर के अध्यक्ष विशाल सिंह ने बताया कि काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के संदर्भ में एक बैठक पर्यटन एवं धर्मार्थ कार्य राजयमंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी की अध्यक्षता में की गयी जिसमे दर्शन पूजन की समयावधि को बढ़ाने पर जोर दिया गया।
विशाल सिंह ने बताया कि काशी विश्वनाथ मंदिर में स्पर्श दर्शन की कोई सुचारु व्यवस्था नहीं है उसको सुचारु करने पर चर्चा की गयी। स्पर्श दर्शन की समयावधि को बढ़ाया जायेगा जो सुबह 4 बजे से लेकर दिन के 11 बजे तक होगा। काशी विश्वनाथ का स्पर्श दर्शन को पारम्परिक तरीके से कराया जाय। मंदिर के गर्भ गृह में पुरुषों को धोती कुर्ता और महिलाओं को साड़ी में ही स्पर्श दर्शन कराया जाय।
मकर संक्रांति के बाद से इस प्रक्रिया को मूर्त रूप देने पर जोर दिया जायेगा जिसका प्रचार प्रसार अभी से ही शुरू किया जायेगा। बिना पारम्परिक भारतीय परिधान के जो लोग दर्शन के लिए आते है उन्हें परिधान मुहैया कराया जायेगा। इस प्रक्रिया में आस पास के दुकानदार भी अपनी दुकानों पर भारतीय परिधानों को रखेंगे जिससे स्पर्श दर्शन को मूर्त रूप दिया जा सकेगा।
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