रोहिंग्या मुसलमानो की हो रही है घर वापसी 1000 से अधिक लोग है शामिल
म्यांमार: बर्मा से प्रवासित शरणार्थियों की पहली खेप बांग्लादेश से वापस अपने देश जा रही है इसमें 508 हिन्दू और 750 मुस्लिम शामिल हैं म्यांमार के एक शीर्ष राजनयिक ने इसकी सूचना संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् को दी इनका म्यांमार निवासियों के रूप में सत्यापन किया गया है।
हलाकि रोहिंग्या मुसलमानो में अभी भी वापस अपने देश जाने को लेकर डर बना हुआ है उनके अनुसार यदि वह वापस जाते है तो उनके ऊपर संकट फिर से आ सकता है और सेना द्वारा उन्हें प्रताड़ित किया जा सकता है।
बांग्लादेश से शरणार्थियों के स्वदेश वापसी के पहले बैच की सूची ढाका को सौंप दी गई है फिलहाल इस समझौते के बारे में विस्तार से नहीं बताया गया है, समझौते पर म्यांमार की राजधानी नेपीडो में अधिकारियों ने दस्तखत किए इस समझौते के अनुसार स्वदेश वपास जाने वाले शरणार्थियों की पहली खेप की सूची बांग्लादेश की राजधानी ढाका को पहुँच चुकी है।
कौन हैं रोहिंग्या मुस्लमान
म्यांमार छोड़कर बांग्लादेश जाने वाले रोहिंग्या मुसलमानों की संख्या 680000 है जो 25 अगस्त 2017 को सेना पर हमले के बाद राखिन में हुई हिंसा के बाद बांग्लादेश चले आये थे।
इंडो आर्यन भाषा बोलने वाले रोहिंग्या लोग म्यांमार के राखिन राज्य के निर्वासित नागरिक है रोहिंग्या मुसलमानो की संख्या 1 मिलियन है जो 2016 – 2017 के संकट के बाद म्यांमार में रहते है।