काशी का मुस्लिम रावण
वाराणसी। काशी यूं तो इतिहास के पन्नो में अपना नाम दर्ज करने में माहिर है। यही वजह है कि काशी के मुस्लिम भाइयों के रावण को देखने के लिए हज़ारो लोगों की भीड़ उमड़ती है। पिछले 3 पीढ़ियों से लगातार रावण बनाया जा रहा है रावण को देखने आये कुछ लोगों का कहना है कि गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल काशी में ही देखने को मिलती है।
इन दिनों जगह-जगह पर रामलीला का मंचन किया जा रहा है। इसी धार्मिक भाव के साथ वाराणसी के डीएलडब्ल्यू ग्राउंड में पिछले 2 महीने से रावण, मेघनाथ और कुम्भकर्ण का पुतला बनाया जा रहा है।
हिन्दू रीति रिवाज के मुताबिक धार्मिक कार्यों के लिए बनाये जा रहे ये पुतले बनाते समय मुस्लिम भाइयों द्वारा साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है और पिछली 3 पीढ़ियों से काशी के मुस्लिम भाई ये कार्य करते चले आ रहे हैं। रावण के पुतले की उचाई लगभग 60 फिट की होती है इसे देखने के लिए पूर्वांचल के विभिन्न जिलों से लोग आते हैं।
“न्यूज़ बकेट पत्रकारिता कर रहे छात्रों का एक छोटा सा समूह है, जो नियमित मनोरंजन गपशप के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. इसके अलावा विभिन्न त्योहारों और अनुष्ठानों में शामिल सौंदर्य, ज्ञान और अनुग्रह के ज्ञान का प्रसार करते हुए भारतीय समाज के लिए मूल्य का प्रसार करते हैं।”